कांकेर
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कांग्रेस की बैठक में कार्यकताओं की उपेक्षा की बात भी आई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 1 जुलाई। बस्तर और कांकेर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस की हुई हार का कारण जानने कांग्रेस के बड़े नेता रविवार को कांकेर पहुंचे। कांकेर और बस्तर लोकसभा सीट में कांग्रेस की अप्रत्याशित हार से स्तब्ध पार्टी के नेताओं ने इसकी समीक्षा की।
बैठक पूरी तरह बंद कमरे में हुई, वहीं मीडिया से भी दूरी बनाकर रखी गई। बताया जाता है कि समीक्षा बैठक में कार्यकर्ताओं व पार्टी प्रमुखों के बीच मतभेद खुलकर सामने आया। जीती हुई बाजी वे कैसे हार गए, इसको लेकर दोषारोपण एक दूसरे पर किया गया।
कांग्रेस की समीक्षा बैठक में हरीश चौधरी प्रदेश सह प्रभारी विजय जंागड़े राजेश तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, प्रभारी महामंत्री मल्कित सिंह गेंदू, महमूद अली कार्यक्रम प्रभारी, रविघोष, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम आदि प्रदेश व जिले के कांग्रेस नेता और पदाधिकारी पहुंचे थे।
कांकेर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पांच विधानसभा क्षेत्र, जिसमें कांग्रेस की विधायक सावित्री मंडावी, अनिला भेडिय़ा, संगीता सिन्हा भी पहुंची थीं। कांकेर के रेस्ट हाउस में कांग्रेस के विधायकों, जनप्रतिनिधियों और संगठन के पदाधिकारी भी समीक्षा बैठक में उपस्थित रहे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में स्थानीय नेताओं के मतभेद खुलकर सामने आए। हार को लेकर एक - दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाया जाता रहा। किसी ने प्रत्याशी चयन को लेकर तो किसी ने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा, धन का बंदरबांट होना चर्चा का मुख्य आधार रहा।
टिकट जिन्हें नहीं मिली और जिन्हें मुख्य जिम्मेदारियों से दूर रखा गया, उनके द्वारा भितरघात करने के भी आरोप रहे हैं। इस तरह आरोप-प्रत्यारोप मतभेद, उपेक्षा, संशाधन उपलब्ध कराने में पक्षपात करने आदि बातों को लेकर बैठक में असंतोष कार्यकर्ताओं ने असंतोष व्यक्त किया।
बैठक में असंतोष और मतभेद खुलकर सामने आने का आभास पार्टी नेताओं को पहले से था, इसलिए मीडिया से दूरी बनाकर रखी गई। मीडिया प्रतिनिधियों को बैठक की जानकारी भी नहीं दी गई, न ही हार के कारणों पर हुई चर्चा की भी जानकारी दी गई। बैठक पूरी तरह बंद कमरे में हुई।
इस दौरान प्रमुख रूप से राजेश तिवारी, मोहन मरकाम, लखेश्वर बघेल, विक्रम मण्डावी, चंदन कश्यप, शंकर धु्रवा, लेखचन्द्र जैन, गंगा पोटाई, अनिला भेडिय़ा, सावित्री मण्डावी, संगीता सिन्हा, अम्बिका मरकाम, देवती कर्मा, चंदन कश्यप, सरद लोहाना, सुभद्रा सलाम, नरेश ठाकुर, रजमन बेजाम, चन्द्रप्रभा सुधाकर, रवि घोस, अमीन मेमन, सरोज ठाकुर, जितेन्द्र सिंह ठाकुर, जनकनंदन कश्यप, कृष्णा दुबे, बसंत यादव, विजय ठाकुर, हेमंत धु्रव, तुलिका कर्मा, रीना रावतिया, सुनील पाढ़ी, विकास चौपड़ा, अवधेश सिंह गौतम, कविता साहू, लता निषाद, चम्पा ठाकुर, सुनिल मौर्य, नवली मीना मण्डावी, करण देव, विमल खुराना, मेहमुद अली, सुनील गोस्वामी, मनोज जैन, नरेन्द्र यादव, रूपसिंह पोटाई, सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी/कार्यकर्ता मौजूद थे