गरियाबंद
![जल-पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बढ़ाए कदम, आने वाले कल को बनाएं बेहतर जल-पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बढ़ाए कदम, आने वाले कल को बनाएं बेहतर](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1719912387346.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 2 जुलाई। वर्षा जल संरक्षण एवं जल के सभी स्त्रोतों के रखरखाव सहित जल के महत्व को आमजनों को बताने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा महत्वकां कैच द रैन अभियान चलाया जा रहा है।
इसी अभियान के तहत जल संरक्षण की दिशा में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए नारी शक्ति से जल शक्ति अभियान का आयोजन 29 नवम्बर 2024 तक किया जा रहा है। इसी तारतम्य में जिला मुख्यालय के इंडोर स्टेडियम में नारी शक्ति से जल शक्ति अभियान 2024 के तहत आज जिला स्तरीय जल संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कलेक्टर दीपक अग्रवाल शामिल हुए। कार्यक्रम में विविध गतिविधियों का संचालन किया गया। इसके तहत अतिथियों को पौधा भेंट कर पर्यावरण संरक्षण में सकारात्मक पहल करने को प्रेरित किया गया। साथ ही जल बचाव में भागादारी निभाने जल मितान एवं जल सखी लिखा हुआ रिस्ट बैंड पहनाया गया।
कार्यक्रम में स्कूली बच्चों, कॉलेज के विद्याथियों एवं कला जत्था के सदस्यों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जल संरक्षण के लिए लोगों को प्रेरित करने मनमोहक एवं ज्ञानवर्धक प्रस्तुति दी। साथ ही कलेक्टर एवं अन्य अतिथियों ने वृक्षारोपण भी किया। कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों ने जल बचाव का संकल्प लिया। इस अवसर पर कलेक्टर अग्रवाल ने नारी शक्ति से जल शक्ति अभियान की प्रचार रथ को हरी झण्डी दिखाकर इंडोर स्टेडिमय से रवाना किया। कार्यक्रम में जिले की नवाचारी पहल के तहत पोषण निवेश कार्यक्रम की शुरूआत की गई। इसके तहत चार नवविवाहित महिलाओं को फलदार पौधा भेंटकर उन्हें छोटे बच्चे की तहत उनका देखभाल करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। जिससे आने वाले दिनों उक्त पौधे बड़े होकर पोषण प्रदान करने में सहायक होंगे।
जिला स्तरीय जल संवाद कार्यक्रम को कलेक्टर ने कहा कि सभी के लिए महत्वपूर्ण है। जल हमारे शरीर के लिए ऊर्जा स्त्रोत के रूप में काम करता है। साथ ही पशु -पक्षियां एवं पेड़ - पौधों के जीवन के लिए भी जल आवश्यक है। उन्होंने पृथ्वी पर शुद्ध जल के सीमित स्त्रोत होने की जानकारी देते हुए जल एवं पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता के बारे में लोगों को जागरूक किया।