बालोद
![पेड़ है तो हम है, प्रकृति की रक्षा जरूरी-माथुर पेड़ है तो हम है, प्रकृति की रक्षा जरूरी-माथुर](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1720521146639.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 9 जुलाई। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय कुसुम्रकसा में जूनियर रेड क्रॉस सोसायटी तथा भारतीय स्काउट गाइड के नेतृत्व में स्लोगन एक पेड़ मां के नाम पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम प्राचार्य सुनीता यादव की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि वृक्ष से जन्म लेकर मृत्योपरांत हमारे लिए उपयोग में आता है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मीनाक्षी अग्ग्रवाल उपाध्यक्ष खो खो संघ छत्तीसगढ़ राज्य इकाई तथा अध्यक्ष लायंस क्लब दुर्ग ने कहा कि यदि पूरी धरती को मरुस्थल होने से बचाना है तो वृक्ष लगाना होगा। एक पेड़ मां के नाम के आह्वान से बच्चों का पर्यावरण से जुड़ाव बढ़ेगा। विशेष अतिथि प्रोफेसर रुचि सक्सैना ने कहा एक पेड़ मां के नाम से लगाए। साथ ही उसकी देखभाल में प्रमुखता से सहभागिता निभाएं।
विशेष अतिथि आशुतोष माथुर अध्यक्ष खो -खो संघ इकाई बालोद ने कहा कि वृक्ष के बिना जीवन संभव नहीं है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि संजय बैस सदस्य जनपद पंचायत डोंड़ी ने कहा कि अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए कटाई के जगह रोपाई को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। विशिष्ट अतिथि सचिन डोंगरे सह सचिव खो खो संघ छत्तीसगढ़ इकाई ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ पौधों का अहम योगदान होता है। शिक्षिका पूजा रात्रि ने पर्यावरण संबंधी सुमधुर गीत गाकर माहौल को खुशनुमा बना दिया। जूनियर रेड क्रॉस प्रभारी तथा कार्यक्रम के संचालक टी एस पारकर ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस पर एक खास अभियान शुरू किया गया। जिसका नाम एक पेड़ मां के नाम है। कार्यक्रम का व्यवस्थापक खेल प्रशिक्षक लक्ष्मण गुरुंग तथा शेष कुमार कोषमा थे। वरिष्ठ व्याख्याता गीता गुप्ता ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर नितिन जैन, सरपंच शिवराम सिंदरामें, अनिल सुथार, मनीष जेठवानी तथा व्याख्यातागण एम जॉर्ज, यू त्रिपाठी, आर अवाड़े, रंजना खोबरागड़े, किरण झा, मांडवी मिश्रा सविता स्वर्णकार, आशा प्रधान, भारत नायक, सी बी डाहरे जनक साहू, कृतिका साहू दीपमाला जोशी, देहती कोठारी, चंद्रकला सक्सेना, डाली मेस्राम, शीतला नायक विजयलक्ष्मी साहू आदि उपस्थित थे।