रायगढ़
![बिजली कटौती व दर बढ़ोतरी के खिलाफ कांगे्रस ने दिया धरना बिजली कटौती व दर बढ़ोतरी के खिलाफ कांगे्रस ने दिया धरना](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/17205257873.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 9 जुलाई। बिजली कटौती व दर बढ़ोतरी के खिलाफ जिला कांग्रेस कमेटी रायगढ़ ने सोमवार को रामनिवास टाकीज चौराहे पर धरना-प्रदर्शन किया।
पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष दीपक पांडेय ने कहा कि प्रदेश की भजपा सरकार ने सत्ता स हालते ही प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को लूटने की तैयारी शुरू कर दी है। बीजेपी सरकार भले ही कहती है कि बिजली के दाम में 8 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है, हकीकत में पिछले दो माह से बिजली के बिल दुगुने आ रहे है। आम आदमी बिजली के दाम बढऩे से परेशान है। वहीं प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगा कर उपभोक्ता को लूटने कि तैयारी भाजपा सरकार कर रही है कांग्रेस इसका विरोध करती है। कांग्रेस की सरकार ने 5 वर्षों तक विपरीत परिस्थितियों में भी बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए बिजली बिल हाफ योजना शुरू किया था जिसका लाभ प्रदेश के 44 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को मिलता था, जिसे 5 साल में प्रत्येक उपका का 40 से 50 हजार की बचत हुई थी।
वहीं विद्युत सरप्लस वाला छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कटौती का केंद्र बन गया है। कोई ऐसा दिन नहीं होता जब बिजली दो-चार घंटे के लिये बंद न हो, रात में तो बिजली की स्थिति तो और भयावह हो जाती है, घंटों बिजली गोल हो जाती है। भाजपा से न सरकार संभल पा रहा और न ही व्यवस्थायें। सरकार एक तो पूरे समय बिजली नहीं दे पा रही, ऊपर से उपभोक्ताओं पर महंगी बिजली का बोझ डाल रही है। प्रदेश के अनेक जिलों में तो पूरी रात बिजली कटौती हो रही है। इसलिए हम जनता की परेशानी हेतु विपक्ष धर्म निर्वहन करते हुए सरकार की इस नीति का विरोध करने हेतु धरना दे रहे हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता संतोष राय अग्रवाल ने कहा कि बिजली की समस्या से शहर और गांव की जनता जूझ रही हैं। कांग्रेस की सरकार के दौरान 24 घंटा बिजली की आपूर्ति होती थी। गर्मी के दिनों में मांग बढऩे पर दूसरे राज्यों से भी बिजली की खरीदी किया जाता था और आम जनता को 24 घंटा बिजली की आपूर्ति की जाती थी। रवि फसल लगाने वाले किसानों को भी बोरवेल चलाने के लिए बिजली नि:शुल्क मिलता था।
कार्यक्रम को अनिल अग्रवाल चीकू, हरेराम तिवारी, संजय देवांगन,आशीष शर्मा, अनिल अग्रवाल ,सलीम निहारिया, रामलाल पटेल और अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया।