बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 11 जुलाई। प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि एवं पूर्व मंडी अध्यक्ष सुशील शर्मा ने एक प्रेसविज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि प्रदेश में किसान लगातार बिजली कटौती से परेशान और त्रस्त है। पानी की कमी के चलते किसान अकाल की संभावना से सहम से गये है। प्रदेश में सत्तासीन भाजपा की सरकार मुनाफाखोंरो से मिली हुई है, और तेजी से कमीशन का खेल चल रहा है, इस सरकार के मुखिया विष्णुदेव साय सरकार को चला नहीं पा रहे हैं।
बीजेपी सरकार किसानों को कर्जा लेने पर मजबूर कर रही है, और मजबूर किसान फिर एक बार कर्ज में डूबकर आत्महत्या करने को मजबूर हो सकते है। छत्तीसगढ़ राज्य एक किसानों का प्रदेश है और किसान हमारा अन्नदाता है, लेकिन आज बोवाई और रोपाई के समय उसको खाद और बीज की जरूरत के समय उसको सोसाइटी की जगह बाजार की तरफ जाना पड़ रहा है, क्योंकि सरकार अन्नदाता को खाद और बीज नहीं दे पा रही है।
ये एक तरह की साजिश है किसानों के साथ ताकि वो अपनी फसलें अच्छे से न उगा पाये और मुनाफाखोर सरकार को बड़ा कमीशन मिले।
याद करें जब बीजेपी की पंद्रह साल की सरकार थी तब किसान कर्ज के कारण आत्महत्या करते थे, क्योंकि उनके ऊपर इतना कर्ज हो जाता था और उनकी फसल का दाम भी सरकार सही नहीं दे पाती थी और जो घोषणा रमन सिंह जी के जमाने में होती थी, किसानों के लिए वो भी पूरी नहीं करते थे, वही हाल फिर होने वाला है और उसकी शुरुआत बीजेपी की सरकार ने कर दिया है।