दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 12 जुलाई। सूखे की हालात के चलते बोर ने दिया जवाब तो किसान टैंकर से पानी लाकर कर रोपाई करने मजबूर है वर्षा के अभाव में भूजल स्तर नीचे चला गया है। नतीजन पाइप बढ़ाने पर भी पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। ऐसे में रोपाई के लिए तैयार किए गए नर्सरी में धान पौधे की आयु अधिक होने से किसानों को अब थरहा खराब होने की चिंता सताने लगी।
ग्राम उमरपोटी निवासी कृषक दिवाकर गायकवाड़ ने बताया कि पहले उनके खेत में कराए गए बोर में पर्याप्त पानी था, इसलिए एक माह पहले उन्होंने रोपाई के लिए धान की नर्सरी तैयार करने बोनी कर दी इसके बाद जब थरहा तैयार हो गया तो उन्होंने धान की रोपाई शुरु कर दी मगर कुछ देर चलने के बाद बोर जवाब देने लगा। इस पर बोर में लगे पाइप की लंबाई 50 फीट और बढ़ाई तब कुछ पानी तो आ रहा है, मगर वह भी पर्याप्त नहीं है नतीजन बोर में आ रहे थोड़े पानी एवं टैंकर से पानी लाकर धान की रोपाई करा रहे है, क्योंकि नर्सरी में डाले गए धान के पौधे की आयु अधिक होने की वजह से खराब हो सकती है। इसलिए आने वाले समय में बारिश की उम्मीद से वे ऐसा कर रहे हैं।
सामान्य से 90 मिमी कम बारिश
जिले में अब तक मात्रा 131.5 मिमी बारिश हुई जोकि आज की तारीख में सामान्य औसत वर्षा 221.7 मिमी से 90 मिमी कम है, सिर्फ अहिवारा तहसील में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। भिलाई 3 तहसील में तो सामान्य औसत वर्षा की तुलना में मात्र 37.8 प्रतिशत ही बारिश हुई है। इसी प्रकार दुर्ग 38.9, धमधा 44.4 एवं बोरी तहसील में भी मात्र 47.9 प्रतिशत ही वर्षा हुई है।