रायपुर

रूट कैनाल इरीगेशन पर कार्यशाला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 जुलाई। शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय के कंजरवेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडॉन्टिक्स ने शनिवार को कार्यशाला का आयोजन किया। रूट कैनाल इरीगेशन विषय पर हुई कार्यशाला के मुख्य वक्ता डॉ मंदार पिंपरीकर, प्राचार्य एवं अध्यक्षता डॉ वीरेंद्र वाढेर, छत्तीसगढ़ राज्य दंत परिषद के रजिस्ट्रार डॉ अमित वास्ती, विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ संजीव कुंहप्पन ने किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विश्वविख्यात डॉ मंदार पिंपरीकर ने विशेष उपकरण सी आर सी सी इरीगेटर का आविष्कार किया गया है।
इस विशेष उपकरण में अनेक सुविधाएं उपलब्ध है जैसे कि नेगेटिव प्रेशर एवं पॉजिटिव प्रेशर, एक ही समय पर इरीगेटिंग सॉल्यूशन का गर्म होना एवं रूट कैनाल में उसका उपयोग ऐसी अनेक सुविधाएं उपलब्ध हैं। वे देश , विदेश में इस विषय पर अनेक कार्यशाला व शोधकार्य के लिए सुप्रसिद्ध है। उन्होंने इस उपकरण के माध्यम से मेक इन इंडिया को बढ़ावा देकर देश का मान बढ़ाया है। उन्होंने व्याख्यान में बताया कि दांत के रूट कैनाल की संरचना बहुत ही जटिल होती है , और जब कोई इन्फेक्शन दांतों में लगता है तो बैक्टीरिया इन जटिल संरचनाओं में बहुत अन्दर तक प्रवेश कर जाते है जिनको सामान्य विधियों द्वारा हटाया नहीं जा सकता है, लेकिन उनके इस विशेष उपकरण(ष्टक्रष्टष्ट) द्वारा अब रूट कैनाल के जटिल संरचनाओं से बैक्टीरिया को हटाना संभव हो पाया है। जिससे रूट कैनाल उपचार की सफ़लता दर बढ़ गई है। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में मुख्य वक्ता द्वारा लाइव डिमॉन्सट्रेशन भी दिया गया। जिसका लाभ वहा अध्ययनरत छात्र छात्राओं , इंटर्न के साथ साथ मरीजों को भी मिला। महाविद्यालय रायपुर के लिए गर्व की बात है कि उन्होंने अब यह उपकरण महाविद्यालय के कंजरवेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडॉन्टिक्स विभाग को उपयोग के लिए दिया है, जिसका प्रयोग अब वहां के स्नातकोत्तर छात्र/छात्राएं अपने शोध कार्य के लिए कर सकेंगे साथ ही साथ इस उपकरण के प्रयोग से विभाग के मरीज लाभांवित होंगे।
इस कार्यशाला में 150 से अधिक , स्नातकोत्तर छात्र छात्राएं, इंटर्न एवं विभिन्न विभाग के अध्यापक सम्मिलित हुए। डॉ कुन्हपन उपकरण एवं उसका प्रशिक्षण देने के लिए आभार प्रकट किया।