दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 जुलाई। शनिवार को जबरदस्त काली घटाएं देखकर भारी बारिश की उम्मीद थी, मगर मात्र 5.5 मिमी ही बारिश हुई। इधर तांदुला में अब मात्र 5 प्रतिशत पानी शेष रह गया। ऐसे में सिंचाई एवं पेयजल के लिए पानी की पर्याप्त उपलब्धता की व्यवस्था करने की भी चुनौती खड़ी हो गई है।
आषाढ़ का महीना खत्म होने में मात्र एक सप्ताह का समय शेष है और अब तक नदी नालों में बरसाती पानी का बहाव शुरू नहीं हो पाया है। इससे जलाशयों में जल भराव की स्थिति बदतर होती जा रही है। स्थिति यह है कि बरसात के समय में नदियों में निर्मित एनिकट खाली जहां से इंटेकवेल के माध्यम से पेयजल आपूर्ति करने जलाशयों से पानी छोडऩा पड़ रहा हैं।
जिले में अब तक मात्र 137.9 मिमी वर्षा हुई है, जबकि आज की तिथि में सामान्य औसत वर्षा 234.9 मिमी है, जिसके मुकाबले 97 मिमी कम वर्षा है। दुर्ग तहसील में अब तक 103 मिमी ही वर्षा हुई, जो सामान्य औसत से 177 मिमी कम है।
इसी प्रकार भिलाई 3 तहसील में सामान्य औसत से 178.4, बोरी 109, धमधा 94, पाटन 30 एवं अहिवारा में मिमी कम वर्षा हुई है। इधर मौसम विभाग ने हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। विभाग के अनुसार एक चक्रवाती परिसंचरण झारखंड व आसपास क्षेत्र में समुद्र तल से 3.1 किमी की ऊँचाई पर स्थित है। वहीं एक चक्रवाती परिसंचरण तटीय आंध्र प्रदेश से थोड़ी दूर पर पश्चिमी मध्य बंगाल की खाड़ी में समुद्र तल से 5 किमी की दूरी पर स्थित है।