सरगुजा

एकलव्य छात्रावास के विद्यार्थी व्यवस्था सुधार को लेकर उतरे सडक़ पर
15-Jul-2024 9:01 PM
एकलव्य छात्रावास के विद्यार्थी व्यवस्था सुधार को लेकर उतरे सडक़ पर

एसडीएम व प्रिसिंपल की समझाईश पर वापस लौटे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

उदयपुर,15 जुलाई। आज एकलव्य छात्रावास के विद्यार्थी व्यवस्था सुधार को लेकर सडक़ पर उतरे। छात्रों ने नायब तहसीलदार, प्रिंसिपल व बीईओ को अपनी समस्या बताई। जल्द व्यवस्था सुधार का अधिकारियों ने आश्वासन दिया। एसडीएम व प्रिसिंपल की समझाईश पर छात्रावास   वापस लौटे।

एकलव्य आवासीय विद्यालय रिखी उदयपुर के छात्र जो कि वर्तमान में ग्र्राम झिरमीटी में स्थित 50 बिस्तरीय बालक छात्रावास में रहते हैं, वहां से सोमवार को सुबह 10 बजे करीब 60 से अधिक छात्र भोजन, पानी, शौचालय व अन्य समस्याओं को लेकर हॉस्टल से अपनी मांगों का नारेबाजी करते हुये एस.डी.एम उदयपुर से मिलने निकल पड़े थे।

छात्रों द्वारा हॉस्टल छोडक़र सडक़ पर निकलने की बात सुनकर प्राचार्य और एकलव्य विद्यालय के शिक्षक आनन फानन में छात्रों से मिलने पहुंचे, तब तक छात्र एक किलोमीटर पैदल चलकर एन.एच. 130 सडक़ के करीब पहुंच चुके थे। एकलव्य विद्यालय के प्राचार्य पवन वर्मा के द्वारा छात्रों को सडक़ के किनारे रोककर समझाईश दी जाने लगी। छात्र पुराने हॉस्टल अधीक्षक को वापस बुलाने की मांग करने लगे तथा प्राचार्य को बताया कि नये हास्टल अधीक्षक के साथ समन्वय नहीं बना पा रहे है। इसी दौरान छात्रों ने भोजन के साथ मिलने वाले सब्जी में आलू की मात्रा ज्यादा होने, समय पर नाश्ता व भोजन नहीं मिलने परिसर में स्थित बोर में पानी की कमी होने, परिसर में विद्यार्थी क्षमतानुरूप पर्याप्त शौचालय की व्यवस्था नहीं होने की बात भी प्राचार्य को बताई।

चर्चा के दौरान ही स्थानीय लोगों द्वारा एसडीएम को मोबाईल से एकलव्य स्कूल के छात्रों के सडक़ पर आने की बात बताई। जिस पर एसडीएम बन सिंह नेताम ने मोबाईल पर ही छात्रों से बात कर विद्यालय में आकर बात करने तथा उनकी सारी समस्याओं का तत्काल निराकरण कराने का आश्वासन दिये जाने पर छात्र लगभग एक आधे घंटे बाद वापस पैदल चलकर एकलव्य विद्यालय पहुंचे ।

एसडीएम के प्रतिनिधि के रूप में नायब तहसीलदार आकाश गौतम तथा विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी रविकांत यादव विद्यालय पहुंचे तथा सबसे पहले प्राचार्य एवं शिक्षकों के समक्ष छात्रों को अपनी बात रखने को कहा जिस पर छात्रों ने पढ़ाई व्यवस्था को बेहतर बताया तथा हॉस्टल की कुछ समस्याओं को बताया फिर अधिकारियों ने प्राचार्य एवं अन्य स्टॉफ के बगैर छात्रों से बंद कमरे में बात कर एक - एक छात्रों की समस्याओं को सुना ।

तत्पश्चात् प्राचार्य एवं हॉस्टल अधीक्षक से लगभग एक घंटे बात हुई। प्राचार्य ने अधिकारियों को बताया कि जुलाई में सेन्ट्रल से आए सभी शिक्षक एवं हॉस्टल अधीक्षक ने विद्यालय में पदभार ग्रहण किया है। विद्यालय के पूर्व के अधीक्षक एवं प्राचार्य द्वारा अभी पूर्णत: प्रभार प्रदान नहीं किया गया है, सभी कार्य प्रक्रियाधीन है छात्रों के साथ नये अधीक्षक को समन्वय स्थापित करने में थोड़ी परेशानी हो रही है, जिसे कुछ दिनों में सुधार लिया जाएगा।

हॉस्टल अधीक्षक दीप शिखर वर्धन ने अधिकारियों को बताया कि छात्र बाहर जाने, छत पर जाने की जिद करते हैं तथा कुछ छात्र पूर्व से ही अपने पास मोबाईल भी रखे हुये हैं, जिन्हें मना करने के बाद भी नहीं मानते हंै। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि परिसर में सबसे अधिक पानी की समस्या है एक बार में मोटर सिर्फ दस से पन्द्रह मिनट चल पाता है बोर सुख जाता है, पर्याप्त पानी नहीं मिलने से खाना बनाने वाले रसाईयों को खाना बनाने में दिक्कत होती है। जिससे कभी कभी समय पर भोजन नाश्ता नहीं मिल पाता है।

इस बारे में बात करने पर नायब तहसीलदार आकाश गौतम ने बताया कि खाने और पानी की समस्या को लेकर बच्चों के एसडीएम ऑफिस जाने की सूचना मिलने पर बच्चों से बात करने एकलव्य विद्यालय आया उनसे बात की कुछ समस्याएं है । स्टॉफ बदलने जाने एवं नये उपस्थित स्टॉफ के साथ छात्रों का समन्वय बेहतर नहीं है जिसमें सुधार करने के लिए दस पन्द्रह दिनों का समय दिया गया है तथा खाने की जो समस्या है उसमें सुधार लाने आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये है।

नवीन प्राचार्य पवन वर्मा ने चर्चा के दौरान कहा कि नये सत्र में आए छात्रों को पानी की समस्या हो रही थी जिस पर छात्र उच्चाधिकारियों से मिलने जाने के लिए निकले थे जिन्हे समझाकर वापस लाया गया उच्चाधिकारी विद्यालय में ही आकर छात्रों की समस्याओं को सुना है। जल्द ही व्यवस्था में सुधार किया जायेगा। क्षमतानुरूप पानी की व्यवस्था नहीं होने से दिक्कतें आ रही है। एकलव्य का अपना विद्यालय भवन विद्यार्थियों की क्षमतानुरूप नहीं होने से परेशानियां हो रही है। भवन निमा्रणाधीन है बन जाने के बाद एक ही कैम्पस सारी सुविधाएं उपलब्ध होने पर छात्रों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी।

यह भी विदित हो कि एकलव्य विद्यालय में वर्तमान शिक्षा सत्र से पूर्व स्थानीय प्रशासन द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के माध्यम से विद्यालय संचालन कराया जा रहा था इस सत्र में प्राचार्य हॉस्टल अधीक्षक सहित सभी विषयों के शिक्षक और लेखापाल समेत लगभग 20 की संख्या में स्टॉफ सेन्ट्रल से भेजे गये है। जिनके द्वारा माह जुलाई से शिक्षण व्यवस्था संभाला गया है, शासन की निर्देशानुसार इनके द्वारा कार्य किया जा रहा है। जहां अभी हॉस्टल का संचालन किया जा रहा है वह भी 50 बिस्तरीय हॉस्टल है जबकि 150 की संख्या में छात्र हॉस्टल में रहते है। यहां पानी का स्त्रोत काफी कम है कहीं पर भी बोर पूर्णत: सक्सेस नहीं है 10 से 15 मिनट में ही बोर का पानी सुख जाता है पानी की टंकी भी नहीं भर पाता है छात्रों के खेलने के लिए भी पर्याप्त जगह नहीं होने से परेशानी हो रही है।

जब तक एकलव्य विद्यालय का अपना भवन तैयार होकर नहीं मिलता तब तक के लिए शासन को कोई अच्छी वैकल्पिक व्यवस्था देखनी होगी ताकि छात्रों को पर्याप्त सुविधाएं मिल सके व उनका क्रियान्वयन बेहतर तरीके से हो सके जिससे छात्र निश्चिंत होकर अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सकें।


अन्य पोस्ट