धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 18 जुलाई। कोलियारी, खरेंगा-दोनर, जोरातराई निर्माणधीन 32 किलोमीटर सडक़ पर दोनों तरफ खोदे गए गड्ढे के कारण रोज दुर्घटना हो रही है। दो दिन पहले बाइक सवार पति-पत्नी सडक़ दुर्घटना में घायल हुए। महिला को बठेना अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। सडक़ दुर्घटना से क्षेत्र के ग्रामीणों में आक्रोश है।
सडक़ निर्माण करने वाली एजेंसी द्वारा बरसात से पूर्व ही सडक़ को खोद कर मुरूमीकरण कर दिए जाने की बात की, लेकिन नहीं किया। अब सडक़ दुर्घटना का सबब बन गया है। लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है।
सडक़ निर्माण समिति के संरक्षक दयाराम साहू ने कहा कि सडक़ निविदा की शर्तों के अनुसार 19 माह में सडक़ का निर्माण किए जाने के अनुबंध को धत्ता बताते हुए अभी तक मात्र निर्माण के नाम पर औपचारिकता पूरा करते हुए सडक़ को उखाड़ कर दोनों तरफ गड्ढे खोद दिए गए हैं, जिसके कारण बारिश में भी गाड़ी चलाना दूभर हो गया है। पुल, पाइप डालने के लिए बनाए गए डायवर्सन सडक़ों की स्थिति तो और भी खराब है। लोक निर्माण विभाग तथा संबंधित एजेंसी को अति शीघ्र रास्ते को आने-जाने के लायक बनाने की मांग की है, अन्यथा शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराने ग्रामीणजन चक्काजाम करेंगे। जिसकी जिम्मेदारी सडक़ निर्माण एजेंसी एवं शासन प्रशासन की होगी।
84.08 करोड़ में बनेगी सडक़
महानदी किनारे बसे कोलियारी-खरेंगा से दोनर तक 33.20 किमी लंबी सडक़ 84 करोड़ 8 लाख 81 हजार की लागत से नए सिरे से बनेगी। ग्रामीणों और नेताओं के 20 साल के संघर्ष के बाद 26 सितंबर 2023 को इसकी प्रशासनिक स्वीकृति दी। कोलियारी से जोरातराई तक की दूरी 33.20 किमी है, जो 24 गांवों से होकर गुजरता है। रास्ते पर कोलियारी, कानीडबरी, अमेठी, कलारतराई, बंजारी, परसुली, दर्री, खरेंगा, सारंगपुरी, भरारी, देवपुर, दोनर, ढीमरटीकुर, सेमरा, सिवनीखुर्द, बारना, जोरातराई, सेलदीप, मंदरौद, झुरानवागांव, कातलबोड, चर्रा गांव आते हैं रास्ते में 32 स्कूल हैं। इसके अलावा 9 रेत खदान भी हैं। इस मार्ग पर 5 साल में 17 लोगों की मौत सडक़ हादसे में हो चुकी है। सडक़ बनने करीब 50 हजार जनसंख्या को सुविधा मिलेगी।