धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी,19 जुलाई। जिला पंचायत सभाकक्ष में क्लार्ट एप्प (समग्र भूदृश्य मूल्यांकन और पुनर्स्थापन उपकरण) संबंधी प्रशिक्षण गुरुवार को दिया गया। इसमें एफईएस संस्था गुजरात से राजेश वर्मा और एफईएस रायपुर द्वारा पीपीटी के जरिए प्रशिक्षण दिया।
उन्होंने मिट्टी और जल संरचनाओं के लिए डिजाइन बनाने और उनके निर्माण में आने वाली लागत आदि की बारीकी से जानकारी दी। साथ ही वाटरशेड के बारे में जानकारी देकर बताया कि यह एक भूमि क्षेत्र है, जो झील या नदी जैसे किसी विशिष्ट जल निकाय में पानी की निकासी करता है या बहाता है। वर्षा का पानी जमा हो जाता है और गाद तथा अन्य तत्वों को वाटर शेड में नीचे की ओर ले जाती है, जिससे वे प्राप्त जल निकाय में जमा हो जाते हैं। इसके अलावा जिले के गांवों में बनने वाले संरचनाओं की नक्शा में रंगों में माध्यम से जानकारी देते हुए बताया गया कि लाल रंग वाले गांवों में पानी ऊपर रहेगा, हरा रंग वाले गांवों में पानी रिचार्ज होगा और पीला रंग धीरे-धीरे नीचे जाएगा। अभियंताओं को नक्शे के अनुरूप कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिले के विभिन्न विभागों के अभियंता, सर्वेयर, तकनीकी सहायक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।