गरियाबंद
![मांगों पर एनएचएम कर्मचारी संघ का दो दिनी धरना-प्रदर्शन 22-23 को मांगों पर एनएचएम कर्मचारी संघ का दो दिनी धरना-प्रदर्शन 22-23 को](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721554708ajim-20.jpeg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 21 जुलाई। छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी जिला गरियाबंद एनएचएम और एड्स विभाग के कर्मचारियों का लंबित 27 फीसदी वेतन वृद्धि एवं नियमितीकरण सहित 18 बिंदुओं मांग के संबंध में प्रदेश स्तरीय दो दिवस धरना प्रदर्शन आंदोलन रायपुर में 22 एवं 23 जुलाई को दो दिवस किया जाना है। इस संबंध में खंड चिकित्सा अधिकारी व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला गरियाबंद को ज्ञापन सौंपा गया।
कर्मियों ने बताया कि एनएचएम द्वारा विगत 6 माह में वर्तमान सरकार को 24 बार ज्ञापन एवं आवेदन दिया जा चुका है । इसके बाद भी कोई भी कार्यवाही नहीं होने के कारण हम कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। जिससे आंदोलन में जाने विवश हो रहे हैं । बता दे कि पिछली जुलाई 2023 में बजट सत्र के दौरान अनुपूरक बजट में 37000 संविदा कर्मचारियों के लिए 27त्न वेतन वृद्धि का प्रदान किया गया था। कर्मचारियों द्वारा बताया गया कि उक्त वेतन वृद्धि का लाभ स्वच्छता मिशन मनरेगा, समग्र शिक्षा विभाग को मिल गया है । जबकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के 15000 संविदा कर्मचारियों को 27: वेतन वृद्धि अब तक अप्राप्त है जिसके कारण कर्मियों में भारी निराशा एवं रोष व्याप्त है।
इन कारणों से विवश होकर एनएचएम संविदा कर्मचारी 22 व 23 जुलाई को बड़ी आंदोलन की तैयारी में विकास खंड फिंगेश्वर, राजिम जिला गरियाबंद में एनएचएम के पदाधिकारियों ने ज्ञापन दिया है। ज्ञापन देते समय एनएचएम और एड्स विभाग के कर्मचारियों में एकजुटता रही।
इन स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ेगा असर
उक्त कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी असर पड़ेगा। हड़ताल पर जाने से डिलीवरी संस्थागत प्रसव टीकाकरण, ओपीडी, आईपीडी, जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र, राष्ट्रीय कार्यक्रम टीबी टेस्ट, दवाई वितरण, मलेरिया, गर्भवती महिलाओं का रूटीन टेस्ट, एच आई वी एड्स टेस्ट जाँच एंव काउंसलिंग, डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम प्रभावित हो सकता है। वर्तमान में जिला में डायरिया नियंत्रण एवं मलेरिया के संभावित मरीजों का सर्वे चल रहा हैं। कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने से सभी स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रभावित होंगे जिससे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
18 बिंदु माँगों में नियमितिकरण, लंबित 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि, ग्रेड पे निर्धारण, वेतन विसंगति निराकरण, सी आर व्यवस्था में सुधार, चिकित्सा परिचर्या, अवकाश नियम में बदलाव, अनुकंपा नियुक्ति और अनुदान राशि में वृद्धि, सेवा पुस्तिका संधारण, तबादला व्यवस्था में नियमितता जैसी प्रमुख मांगें सम्मिलित हैं।
ज्ञापन देते समय सौरभ बरमानी बीपीएम, डॉ स्वाति शर्मा, हिमांशी साहू, भावना साहू, डिगेश्वरी साहू, मदन मिश्रा, धरम, मिनेन्द्र साहू,उपस्थित रहे।