दुर्ग
![भारती विवि में संयुक्त परिवार की प्रासंगिकता पर वेबीनार भारती विवि में संयुक्त परिवार की प्रासंगिकता पर वेबीनार](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721723991135.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 23 जुलाई। भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग के समाजशास्त्र विभाग द्वारा वर्तमान सामाजिक परिप्रेक्ष्य में संयुक्त परिवार की प्रासंगिकता विषय पर एक दिवसीय वेबीनार का आयोजन किया गया।
इस ज्वलंत मुद्दे पर विशेष व्याख्यान शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग की समाजशास्त्र विभाग की वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक, डॉ. सपना शर्मा सारस्वत द्वारा दिया गया। अपने व्याख्यान में उन्होंने वर्तमान विकट सामाजिक परिदृश्य में बच्चों के लालन-पालन एवं समाजीकरण, आर्थिक संबल, भावनात्मक एवं शारीरिक सुरक्षा तथा विपत्तियों का मजबूती से सामना करने हेतु, संयुक्त परिवार की आवश्यकता को स्पष्ट किया।
डॉ. शर्मा ने अपनी व्याख्यान में वर्तमान सामाजिक समस्याओं जिनमें विश्व में भारत का आत्महत्या की दर में सर्वोच्च पायदान पर होना, सर्वाधिक युवाओं का आत्महत्या करना, तलाक की अतिशय से बढ़ती दरें, वृद्धो के खिलाफ होने वाले अपराध, कलह पूर्ण दांपत्य जीवन, बच्चों और किशोरों का यौन शोषण आदि समस्याओं का समाधान संयुक्त परिवार प्रणाली की संरचना को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में अपनाना बताया।
वेबीनार में विश्वविद्यालय के प्रो.वाइस चांसलर डॉ.आलोक भट्ट ने अपनी उद्बोधन में उक्त प्रासंगिक विषय पर वेबीनार का आयोजन किया जाना समस्त विद्यार्थियों तथा प्राध्यापकों हेतु महत्वपूर्ण बताया। धन्यवाद ज्ञापन कला एवं मानवी की संकाय के संकायाध्यक्ष डॉ. अजय सिंह द्वारा किया गया। उक्त वेबीनार का संयोजन समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. स्नेह कुमार मेश्राम द्वारा किया गया।