गरियाबंद
![राजिम का त्रिवेणी संगम लबालब, सिकासार जलाशय से छोड़ा गया पानी राजिम का त्रिवेणी संगम लबालब, सिकासार जलाशय से छोड़ा गया पानी](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/17217246427.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 23 जुलाई। बीते तीन दिनों से मूसलाधार बारिश जारी है। लगातार बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढऩे लगा। छत्तीसगढ़ के त्रिवेणी संगम का दृष्य बहुत ही विहंगम हो गया है।
पं. जवाहर लाल नेहरू पुल से संगम का नजारा हर किसी को प्रफुल्लित कर रहा है। गरियाबंद-रायपुर मार्ग से गुजरने वाले लोग एक बार रूक कर संगम का तस्वीर अपने मोबाइल में ले रहे हैं। त्रिवेणी संगम बीच स्थित कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर का चबूतरा चारों ओर पानी से घिर गया है। बारिश होने से पैरी, सोढूर एवं महानदी सहित ईलाके के सभी छोटे बडे नाले उफान पर है। खेत-खलिहानों में पानी भरा हुआ है। बारिश का पानी कई मार्गों में बने नालों के ऊपर से बहने लगा है, तो कई जगहों से संपर्क भी टूट चुका है। नाले का जलस्तर बढऩे के कारण पानी नाले के उपर से चल रहा है, जिससे मार्ग काफी प्रभावित हो गया।
सिकासार जलाशय से छोड़ा गया पानी
सिकासार बांध की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पावर प्लांट से विद्युत उत्पादन के लिए 1250 क्यूसेक पानी सोमवार 22 जुलाई को दोपहर 12.30 बजे छोड़ा गया है। उन्होंने आगे बताया कि पानी की आवक में और बढ़ोतरी होने पर पानी छोड़ा जायेगा।
सिकासार बांध से पानी छोडऩे से राजिम के त्रिवेणी संगम में भी जलस्तर बढ़ गया है। नदी के मध्य स्थित कुलेश्वरनाथ मंदिर कि एक तिहाई सीढ़ी डूब गई है। सावन सोमवार को लोग मंदिर दर्शन करने ब्रिज के माध्यम से पहुंचे। मंदिर पहुंचकर दर्शन के साथ साथ लोगों ने संगम के इस रूप का भी आनंद लिया।