राजनांदगांव
खैरागढ़ जिले के तीन बड़े जलाशय छलकने की कगार पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 जुलाई। तीन दिनों से हो रही अनवरत बारिश से समूचा जिला जलमग्न हो गया है। वहीं मोंगरा जलाशय से छोड़े गए पानी से जीवनदायिनी शिवनाथ नदी की धार काफी तेज हो गई है। वहीं खैरागढ़ जिले के तीन बड़े जलाशय छलकने के कगार पर है। आषाढ़ महीने के आखिरी सप्ताह तक जलाशयों में पानी का संकट था। मूसलाधार बारिश के बाद जलाशय पूरी तरह से भरने की स्थिति में पहुंच गए हैं।
लगातार हो रही बरसात के कारण मोंगरा और अन्य बैराज से पानी छोडऩा पड़ रहा है। सोमवार देर रात को 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। मंगलवार को दोपहर 12 बजे तक दस हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद दोपहर तक 5 हजार क्यूसेक पानी बैराज से रीलिज किया गया। पूरे अंचल में झमाझम बारिश हो रही है। मंगलवार को अपरान्ह 11 बजे से शुरू हुआ बारिश लगातार जारी रहा। पिछले तीन दिनों से पूरे इलाके को बारिश ने भीगो दिया है। बड़े बांध-बैराज में अब पानी का संकट खत्म हो गया है। खैरागढ़ जिले के प्रधानपाठ बैराज से भी पानी छोड़ा जा रहा है। इसके अलावा बड़े जलाशय जिसमें रानी रश्मिदेवी, रूसे और सुरही बांध 70 से 80 फीसदी भर चुके हैं।
इस संबंध में खैरागढ़ जल संसाधन विभाग के ईई विरेन्द्र मरकाम ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि बांध-बैराज की स्थिति अब बेहतर हो गई है। एक जानकारी के मुताबिक रानी रश्मिदेवी जलाशय में 73, रूसे और सुरही में 63-63 फीसदी पानी भर गया है।
बताया जा रहा है कि छोटे जलाशय पूरी तरह से भर गए हैं। विभाग की ओर से पानी छोड़ा जा रहा है। कुल मिलाकर राजनांदगांव, मोहला-मानपुर और खैरागढ़ जिले के बांधों में पानी छोडऩे की स्थिति बन गई है। यही कारण है कि चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है।