राजनांदगांव
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महाकाल की पालकी यात्रा में नजर आया लोगों का हुजूम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 जुलाई। सावन महीने के पहले सोमवार को सडक़ से लेकर शिवालयों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। वहीं शहर में निकली महाकाल की पालकी यात्रा में भगवान महादेव के रूप में निकले कलाकारों को भक्तों ने हाथों-हाथ उठाया। भगवान शिव की जटा से लदे कलाकारों ने सबका मन मोह लिया। शहर के नंदई से शुरू हुई महाकाल यात्रा अलग-अलग रास्तों से निकली। सोमवार को दिनभर शिवालयों में जलाभिषेक के लिए भक्तों की कतार रही। महिलाएं-युवतियां और युवाओं ने कांवर में जल लेकर भगवान भोलेनाथ को जल अर्पित किया।
शहर में पहले सोमवार को महाकाल भक्त सेना द्वारा नंदई से पालकी यात्रा निकाली गई। शहर के कुल 11 स्थानों से पालकी यात्रा निकाली थी। जिसमें सैकड़ों भक्त शामिल हुए। संस्कारधानी के साथ-साथ धर्मनगरी डोंगरगढ़ तथा खैरागढ़ और डोंगरगांव में भी पालकी यात्रा निकाली जाएगी। पहले सावन सोमवार को नांदगांव शहर के नंदई से महाकाल पालकी यात्रा बारिश के बीच निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में भक्त महाकाल के जयघोष करते यात्रा में शामिल हुए। पालकी यात्रा की भक्तों द्वारा जगह-जगह पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया गया। बाबा महाकाल की पालकी नंदई चौक से प्रारंभ होकर इंदिरा नगर, मानव मंदिर चौक, आजाद चौक, गुडाखू लाईन होते हुए महालक्ष्मी मंदिर पहुंची, जहां विश्राम किया गया। पालकी का दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में भक्तों की उपस्थिति रही।
शहर में रिमझिम बारिश के बीच नंदई चौक से भगवान चंद्रमौलेश्वर बाबा महाकाल की भव्य पालकी निकाली गई। इससे पहले महाकाल मंदिर सिंघोला में सुबह लगभग ढ़ाई बजे भस्म आरती की गई। तत्पश्चात शहर के नंदई चौक से दोपहर को भगवान चंद्रमौलेश्वर बाबा महाकाल की पालकी भक्तों द्वारा निकाली गई। पालकी में अखाड़े, पंथी नृत्य, राऊत नाचा, आदिवासी नृत्य की प्रस्तुति दी गई। वहीं बच्चों से लेकर बड़े तक कई लोग भगवान शिव के वेशभूषा में पालकी में शामिल हुए। धुमाल और पारंपरिक डमरू-मंजीरे की थाप में भक्त थिरकते नजर आए। भगवान शिव भक्तों में सोमवार से सावन माह प्रारंभ होते ही श्रद्धाभक्ति एवं हर्ष का माहौल है। इस वर्ष सावन माह में 5 सोमवार का योग है। जिससे भक्तों में उत्साह का माहौल है।