जान्जगीर-चाम्पा

51 पार्थिव शिवलिंग पूजन व महा रुद्राभिषेक
03-Aug-2024 5:04 PM
51 पार्थिव शिवलिंग पूजन व महा रुद्राभिषेक

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा, 3 अगस्त।
बलौदा सराफा एसोसिएशन के तत्वावधान में श्रावण  मास के प्रदोष व्रत पर भव्य 51 पार्थिव शिवलिंग एवं महा रुद्राभिषेक का भव्य पूजन बलौदा सराफ एसोसिएशन के  द्वारा किया गया।

नगर के नवल भवन में आयोजित 51 पार्थिव शिवलिंग का दूध-जल से अभिषेक करते हुए  सराफा एसोसिएशन और स्वर्णकार समाज  के सभी सदस्यों  ने पूजा-अर्चना करते हुए  कहा कि पुरुषोत्तम मास में  51 शिवलिंग का पूजन कर बलौदा नगर, प्रदेश और समाज की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए भगवान भोलेनाथ से आशीर्वाद मांगा।

उन्होंने कहा कि  पार्थिव शिवलिंग पूजा अर्चना  सराफा एसोसिएशन और समाज के स्वजनों  ने द्वितीय वर्ष यह भव्य आयोजन किया गया है, यह बहुत अभूतपूर्व सराहनीय कार्यक्रम है। 

सराफा एसोसिएशन के 51 जोड़े ने सामूहिक रूप से व्यास आचार्य पं. मनोज तिवारी और वैदिक आचार्यों के साथ भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की।
साराडीह डभरा के व्यास आचार्य पं. मनोज तिवारी महाराज ने बताया कि पार्थिव शिवलिंग व  महा रुद्राभिषेक  की पूजा अर्चना करने से बड़े से बड़ा कष्ट दूर होता है और अकाल मृत्यु से भी विजय प्राप्त होती है।  पार्थिव शिवलिंग की पूजा सबसे पहले भगवान श्रीराम ने लंका जाने से पहले की थी। भोलेनाथ की असीम कृपा से रामचंद्र जी  लंका पर विजय प्राप्त किए थे। वहीं शनिदेव अपने पिता सूर्यदेव से ज्यादा शक्ति पाने के लिए काशी में पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा की थी। कलयुग में भगवान शिव का पार्थिव पूजन कुष्मांडा ऋषि के पुत्र मंडप ने किया था।  इसके बाद से अभी तक शिव कृपा बरसाने वाली पार्थिव शिवलिंग की पूजा धरती में लगातार की जा रही है।
 पार्थिव शिवलिंग की पूजा अर्चना करने में  सराफा एसोसिएशन और स्वर्णकार समाज से समस्त भक्तगण शामिल हुए।
 


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