बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 6 अगस्त। जिला मुख्यालय से मात्र 25 किमी की दूरी पर ग्राम मरदा तहसील लवन में चौदह गौवंश एक कमरे में मरे मिले थे। इस मामले में आरोपियों को सख्त सजा दिलाने के लिए विश्व हिंदू परिषद की जिला कार्यकारिणी ने जिलाधीश एवं पुलिस अधीक्षक से भेंटकर ज्ञापन सौंपा और उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग रखी।
इस पूरी घटना को जघन्य हत्या ठहराते हुए विहिप जिला अध्यक्ष अभिषेक तिवारी मिकी ने कहा कि दो अगस्त शुक्रवार प्रात: ग्राम मरदा तहसील लवन से गौवंश की हत्या की खबर सामने आई, जिसमें मिली जानकारी के अनुसार मवेशियों को आठ से दस दिन पूर्व गांव के ही अंदर घनी आबादी वाले मोहल्ले के एक बाड़े में अंधकारमय छोटे से कक्ष में बड़ी निर्दयता पूर्वक भूखे प्यासे बन्द करके रख दिया गया, जिससे तड़प तड़प कर उन गौवंश की मृत्यु हो गई। गांव में तडक़े बदबू फैलने पर लोगों ने प्रशासन को सूचना दी। इस घनघोर अमानवीय घटना ने जिले के साथ सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ एवं छत्तीसगढ़वासियों को शर्मिंदा होने पर मजबूर कर दिया।
हालांकि खबर लगते ही प्रशासन ने पूरी मुश्तैदी दिखाते हुए उक्त घटना के संबंध में त्वरित कार्यवाही करते हुए पूछताछ के आधार पर गांव के ही चार लोगों की गिरफ्तारी की, जो कि सराहनीय कार्य है। लेकिन गांव में घटित घटना में सरपंच सचिव एवं पंचों समेत किसान समिति के बाकी सदस्यों और गांव के किसानों की भूमिका भी संदेह प्रकट करती है सिर्फ नयी बनी किसान समिति के कुछ सदस्यों को पकडक़र प्रशासन मामले को समाप्त करने का प्रयास न करते हुए इस घटना में मृत गौवंश को न्याय दिलाने के लिए इस कुकृत्य में सम्मिलित प्रत्येक अपराधी को सख्त कदम उठाते हुए कठोर कार्रवाई करे।
किसी निर्दोष को सजा न हो, लेकिन एक भी दोषी बचना नहीं चाहिए। गांव में घटित ऐसी घटनाओं के लिए सरपंच पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई, जबकि जिस बाड़े में यह घटना हुई, ग्रामीणों के अनुसार सरपंच का घर वहीं स्थित है।
आगे विहिप जिला अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान सरकार को पूर्व की सरकार के गौठान योजना को बंद ना करके उसमें हो रही गड़बडिय़ों एवं खामियों को दूर कर उसे जारी रखना चाहिए था या बारिश एवं फसल के पूर्व ही सम्पूर्ण प्रदेश में मवेशियों के लिए कोई व्यवस्था करनी चाहिए थी। अभी प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी ने गौ अभ्यारण्य बनाने की बात कही है, इस पर तत्काल प्रभाव से पूरे लगन से गौवंश और ग्रामीणों के हितों को ध्यान में रखकर कार्य करने की आवश्यकता है, जिससे कि सडक़ों पर या गांवों में गौवंश के साथ हो रहा दुव्र्यवहार एवं दुर्घटनाओं में कमी आये।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रान्त सोशल मीडिया प्रमुख हेमन्त वर्मा जिला मंत्री राजेश केशरवानी नगर अध्यक्ष महेश ठाकुर उपस्थित रहे।