राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 अगस्त। शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगांव में नवप्रवेशित छात्राओं का दीक्षारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, कलेक्टर संजय अग्रवाल, विशिष्ट अतिथिगण समाजसेवी रमेश पटेल, आभा तिवारी, मधु बैद, प्राचार्य डॉ. अंजना ठाकुर उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. सिंह ने नवप्रवेशी छात्राओं को शुभकामनाएं देते कहा कि दिग्विजय महाविद्यालय प्रदेश का सबसे बड़ा महाविद्यालय है और पीढियों का निर्माण करने की जवाबदेही भी दिग्विजय महाविद्यालय की है । राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य है शिक्षा के प्रति छात्रों में भय को समाप्त करना। इस नीति में अपार संभावनाएं हैं। कौशल व रोजगारपरक् गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है कि जीडीपी का 6 प्रतिशत शिक्षा के क्षेत्र में व्यय करने का बड़ा निर्णय लिया गया है। साथ ही उन्होंने विधानसभा की कार्रवाई देखने महाविद्यालय के स्टाफ एवं विद्यार्थियों को आमंत्रित किया।
प्राचार्य डॉ. अंजना ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति समाज में क्रांति लाएगी। विद्यार्थियों को 21वीं सदी की चुनौतियों के लिए तैयार करेगी। उनका सर्वांगीण विकास होगा और उन्हें रोजगार प्राप्त करने के लिए सुविधा प्रदान करेंगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति वैश्विक मानकों के अनुरूप है। यह शिक्षा नीति नौकरी चाहने वाला की नहीं, बल्कि नौकरी निर्माता बनाने वाली है। इस दीक्षारंभ कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्य व प्रावधानों से छात्र-छात्राओं को अवगत कराने के लिए इंडक्शन प्रोग्राम आयोजित की गई।
कार्यक्रम में एनईपी को-ऑर्डिनेटर डॉ. हेमंत साव ने विद्यार्थियों को विषयों का चयन परीक्षा प्रणाली एवं प्रमोशन पॉलिसी के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने छात्र-छात्राओं के शंकाओं का समाधान भी किया। मुख्य अतिथि डा. रमन सिंह के समक्ष महाविद्यालय के एंबेसडर छात्रा सुलोचना सिन्हा एवं एशिका वर्मा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में अपने अनुभव साझा किए।
महाविद्यालय में पोस्टर एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसमें प्रथम साक्षी वर्मा, द्वितीय मोहम्मद खान, तृतीय प्रगति वर्मा एवं रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम नेहा शुक्ला, द्वितीय अनन्या स्वर्णकार एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली प्रिंसी हरिहरनो को मुख्य अतिथि द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार राशि प्रदान की गई। स्टाफ वर्ग से पोस्टर प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार रोहिणी समरिथ को प्रदान किया गया। एनएसएस प्रभारी प्रो. संजय सप्तर्षि एवं एनसीसी प्रभारी प्रो. लेखा प्रसाद उर्वशा द्वारा एनसीसी एवं एनएसएस के महत्व एवं उद्देश्य के बारे में छात्र-छात्राओं को विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीलू श्रीवास्तव एवं प्रो. वंदना मिश्रा द्वारा किया गया। आभार प्रदर्शन डॉ. हेमंत साव ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं, अभिभावक एवं पूरा स्टाफ उपस्थित थे।