बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 8 अगस्त। बस्तर जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में लबे समय से सेवा देने के साथ ही अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए क्राइम ब्रांच में अपनी लंबी सेवा देने वाले बस्तर जिले के खोरखोसा निवासी एएसआई नरहरि वैष्णव का रायपुर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। जिससे पुलिस विभाग व परिवार में शोक की लहर है।
नरहरि वैष्णव बीमार होने के बाद भी अपना बेहतर काम कर रहे थे, 2 दिसम्बर 2021 को उन्होंने कोतवाली थाने में अपनी सेवा दे रहे थे। इसी दौरान बीमार होने के बाद उन्हें रायपुर रेफर किया गया, जहाँ उनका निधन हो गया।
शहर में होने वाले अपराधों पर लगाम लगाने के साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी पर भी इन्होंने अपना उमदा प्रदर्शन किया था। बताया जा रहा है कि नरहरि वैष्णव के 3 बच्चे है, जिसमें 2 बेटियां व 1 बेटा है। कुछ वर्ष पहले से उनका स्वास्थ्य खराब चल रहा था, जहाँ लगातार इलाज भी किया जा रहा था।
इलाज के दौरान अभी स्थिति ज्यादा खराब होने के कारण उन्हें रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहाँ उन्हें रक्त की जरूरत भी पड़ी।उनकी पत्नी के द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से रक्त देने की अपील भी की थी।
आईसीयू में थे भर्ती
एएसआई नरहरि वैष्णव की धर्मपत्नी के द्वारा कुछ दिन पहले एक वीडियो शेयर करते हुए आमजनों से 4 यूनिट ओ पॉजिटिव ब्लड देने की अपील करते हुए बताया कि उनके पति का स्वास्थ्य काफी दिनों से खराब है, जिनका उपचार रायपुर के निजी अस्पताल में चल रहा है, ऐसे में लोगो से मदद की गुहार भी लगाये थे।
बताया जा रहा है कि बस्तर जिले के ग्राम खोरखोसा निवासी नरहरि वैष्णव का जन्म 5 जुलाई 1974 को हुआ था, जहाँ 23 अगस्त 1997 को उन्होंने पुलिस विभाग में अपनी ड्यूटी ज्वाइन किया था, पुलिस विभाग में रहते हुए नरहरि वैष्णव के द्वारा दरभा, बोधघाट, कोतवाली के अलावा शहर में बढ़ रहे अपराधों पर लगाम लगाने के लिए क्राइम ब्रांच का गठन किया गया था, जिसमें नरहरि वैष्णव को भी शामिल किया गया था।