गरियाबंद

माता-पिता का आशीर्वाद लेकर ही करें दिन की शुरुआत-डॉ. रामकुमार
03-Sep-2024 2:33 PM
माता-पिता का आशीर्वाद लेकर ही करें दिन की शुरुआत-डॉ. रामकुमार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजिम, 3 सितंबर। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देशन एवं गायत्री शक्तिपीठ राजिम के मार्गदर्शन में ग्राम कोमा में बाल संस्कार शाला का शुभारंभ किया गया। सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा प्रभु रामचंद्र जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पूजन अर्चन कर दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

लोक गायिका निहारिका साहू द्वारा बहुत ही सुंदर भजन की प्रस्तुति दी गई। समस्त अतिथियों का अक्षत पुष्प एवं गुलदस्ता भेंट कर सम्मान किया गया। सर्वप्रथम बाल संस्कार शाला के महत्व पर प्रकाश डालते हुए संतोष कुमार साहू ने कहा कि बाल संस्कार शाला प्रत्येक रविवार को 2 घंटे के लिए संचालित होगी जिसको चार कालखंड में विभाजित किया गया है, जिसके अंतर्गत प्रार्थना वंदना सद वाक्य मनन चिंतन योगाभ्यास प्रेरणाप्रद कहानी भाव भरा गीत, महापुरुषों की जीवनी प्रेरक प्रसंग जन्म दिवस संस्कार इत्यादि सिखाए जाएंगे।

बाल संस्कार शाला का संचालन ग्राम कोमा की रत्ना साहू एवं इंद्राणी साहू के द्वारा किया जाएगा दोनों बहनों को श्रीफल एवं मार्गदर्शिका भेंट कर आचार्य वरण कराया गया। दोनों बहने निशुल्क सेवा देगी। कार्यक्रम में उपस्थित ग्राम कोमा के सरपंच भुवनेश्वरी बंजारे ने कहा गायत्री परिवार द्वारा बहुत सारे कार्यक्रम निशुल्क एवं सेवा भाव के साथ आयोजित किया जाता है जैसे कि विद्यालयों में विद्यारंभ संस्कार, भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा, आंगनवाड़ी में पुंसवन संस्कार।

बच्चों को संस्कार देने के लिए बाल संस्कार शाला विभिन्न गांव में संचालित किया जा रहा है। बच्चे गर्भ से ही सीखना प्रारंभ कर देते हैं जिस प्रकार से अभिमन्यु एवं भक्त प्रहलाद गर्भकाल में ही सीख लिए थे। यदि माता-पिता भगवान राम जैसे पुत्र प्राप्ति की कामना करते हैं तो उन्हें स्वयं माता कौशल्या एवं राजा दशरथ जैसे बनना पड़ेगा। केजू राम साहू ने कहा मकान की नीव जितनी मजबूत होगी उतना ही भवन मजबूत बनेगा। आजकल के बच्चे मोबाइल और नशे की गिरफ्त में पडक़र संस्कार को भूल रहे हैं।

रामकुमार साहू ने कहा संस्कार से लोग अच्छे नागरिक बनते हैं यदि हमको मंजिल को प्राप्त करना है तो अच्छे सोच के साथ सत्कर्म करना पड़ेगा। अच्छे आचरण को धारण करते जाएं तो सफलता निश्चित रूप से मिलेगी। डॉ रामकुमार साहू पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष ने कहा आज के समय में संस्कार की आवश्यकता घर परिवार एवं समाज को है ।सबसे पहले दिन का शुरुआत अपने माता-पिता एवं बड़े बुजुर्गों को प्रणाम करके करना चाहिए ताकि हमारा पूरा दिन अच्छा से बीत सके। बच्चे मोबाइल का उपयोग कम करें ताकि समय की बर्बादी ना हो सके बच्चे अधिक से अधिक समय मोबाइल में दे रहे हैं जिसके कारण पढ़ाई लिखाई पर भी उसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

अधिवक्ता गणेशु राम साहू ने कहा कि जो बच्चियां आज आचार्य के रूप में काम करने जा रहे हैं वह खुद बाल संस्कारशाला के विद्यार्थी थे। इस प्रकार संस्कारित बच्चे आगे चलकर अच्छे कार्य के लिए आगे आते हैं। इसलिए मेरा निवेदन है सभी बच्चे ईमानदारी के साथ 2 घंटे का समय दें तो निश्चित ही संस्कारित होंगे।

कार्यक्रम का सफल संचालन आचार्य तुलाराम साहू संगीत प्रशिक्षक के द्वारा किया गया उन्होंने ग्राम वासियों से भी आग्रह किया कि आप अपने बच्चों को बाल संस्कारशाला में आने के लिए प्रेरित करें और उन्हें पूछे कि आपने बाल संस्कारशाला में क्या-क्या सीखा और घर में भी उसको पालन करने के लिए प्रेरित करें ताकि बाल संस्कार शाला का सफल संचालन हो सके ।साधु राम निषाद पूर्व जिला अध्यक्ष निषाद समाज ने आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि आप सभी बच्चे एवं वरिष्ठों के प्रयास से ही बाल संस्कार शाला चलेगा ।बीच-बीच में आप लोग निरीक्षण जरूर करें सभी आतिथियो का आभार जताया। बाल संस्कार शाला में लगभग 40 बच्चों ने भाग लिया।सभी ने मिलकर राजिम माता की आरती की। कार्यक्रम में योगिता साहू,शिवांगी अग्रवाल कमल अग्रवाल कुणाल साहू, इंद्राणी साहू रत्ना साहू दुकालू साहू वरिष्ठ नागरिक लखन लाल साहू गायत्री परिजन गंगा मरकाम की उपस्थिति रही।

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