रायगढ़

पुरूंगा कोल ब्लॉक अडानी कंपनी का विरोध शुरू
03-Sep-2024 3:44 PM
पुरूंगा कोल ब्लॉक अडानी कंपनी का विरोध शुरू

सैकड़ों ग्रामीण पहुंचे एसडीएम कार्यालय

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 3 सितंबर।
जिले के विकासखण्ड धरमजयगढ़ के अंतर्गत आने वाले ग्राम पुरूंगा में प्रस्तावित अडानी कंपनी को आबंटित कोल ब्लॉक का सर्वे शुरू होते ही क्षेत्र के ग्रामीण इसके विरोध में उतर आये हैं। पुरूंगा सहित आसपास क्षेत्र के आधे दर्जन गांव के ग्रामीण सैकड़ों की संख्या में कल इक_े होकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे और प्रस्तावित सर्वे पर विरोध जताया। जिसके बाद एसडीएम द्वारा भारत सरकार द्वारा जारी सर्वे कार्य को प्रभावित न करने की समझाईश देने के बाद ग्रामीण मान तो गए हैं मगर वे कंपनी के खिलाफ मुखर विरोध करने के लिये एकजुट हैं।

धरमजयगढ़ विकासखंड के ग्राम पुरूंगा सहित आसपास के ग्रामों में प्रस्तावित कोल ब्लॉक अडानी कंपनी के सर्वेयरों द्वारा इन दिनों सर्वे का कार्य किया जा रहा है, और क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में घुमघुमकर सर्वेयरों द्वारा कोयला का ग्रेड चेक किया जा रहा है जिसे लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है, और इसी आक्रोश के कारण आज सैकड़ों ग्रामीण धरमजयगढ़ के एसडीएम कार्यालय पहुंचे जहां उनके द्वारा प्रतावित कोल ब्लॉक का जमकर विरोध किया गया। 

इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि अडानी कंपनी की तरफ से कोयला की जांच करने आय सर्वेयरों द्वारा बिना पंचायत की परमिशन के गांव के सरहदी इलाकों में मशीन लगाकर कार्य किया जा रहा है जिसके कारण जंगल के हरे भरे पेड़ पौधे नष्ट हो रहे है, साथ ही उनके खेतों में लगी फसल को भी नुकसान पहुंच रहा है। 

ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि उनके द्वारा वन अधिकार पट्टे ले मांग की गई है जिस पर स्थानीय प्रशासन कभी ध्यान नहीं देता, बल्कि उनके जल जंगल जमीन को उजाडऩे वालों के पक्ष में समर्थन देते नजर आ रहे है। वहीं स्थानीय एसडीएम डिगेश पटेल ने ग्रामीणों को समझाइश देते हुए कहा कि अभी भारत सरकार द्वारा सर्वे का कार्य किया जा रहा है जिसमेेें व्यवधान उत्पन्न करने वाले गांव के 17 लोगों को नोटिस जारी किया गया था ताकि भारत सरकार के सर्वे के कार्यों को प्रभावित ना करे। 

जल जंगल व जमीन से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं
सोमवार की सुबह 11 बजे सैकड़ों की संख्या में सांभरसिंघा गांव के महिला और पुरुष धरमजयगढ़ एसडीएम कार्यालय पहुंचे जहां उनके द्वारा अडानी कंपनी का जमकर विरोध जताया,ग्रामीणों ने कहा कि हाथी प्रभावित क्षेत्र होने के साथ साथ उनके पूर्वजों के देवी देवता जंगलों में निवास करते है ऐसे में जंगल की तरफ छेड़छाड़ करना वो कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे,उन्होंने कहा कि चाहे वो अडानी कंपनी हो या कोई भी कंपनी उनका जमकर विरोध किया जाएगा।

समझाइश के बाद सर्वे के लिए माने ग्रामीण
भारी विरोध के बाद धरमजयगढ़ एसडीएम डिगेश पटेल ने ग्रामीणों को समझाया की वर्तमान में भारत सरकार के आदेश पर सर्वे का कार्य किया जा रहा है इसे प्रभावित ना करे और ग्रामीणों की वो हरसंभव मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि वन अधिकार पट्टे की मांग प्रक्रिया में है, जो जल्द ही निराकरण तक पहुंचेगी एसडीएम के साथ लगभग एक घंटे तक चली बातचीत के बाद आखिरकार ग्रामीण सर्वे होने देने के लिए माने लेकिन कंपनी का विरोध उनके द्वारा लगातार जारी रहेगा।  
 


अन्य पोस्ट