कोरबा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 4 सितंबर। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में 10 महीने का बच्चा हसदेव नदी की तेज धारा में बह गया। बच्चे की मां, जो उसे गोद में लेकर नदी में स्नान करने गई थी, भी बहने लगी, लेकिन एक चरवाहे ने हिम्मत जुटाते हुए महिला को बचा लिया। हालांकि, वह मासूम को नदी से बाहर निकालने में विफल रहा। अब राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की टीम बच्चे की तलाश में जुटी है।
घटना जिले के पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के ग्राम कछार की है। रविवार की सुबह विनोद कुमार कंवर की 25 वर्षीय पत्नी सुनीता कंवर अपने 10 महीने के बेटे दुष्यंत को गोद में लेकर हसदेव नदी में स्नान करने पहुंची। स्नान के दौरान अचानक सुनीता का संतुलन बिगड़ गया और वह अपने बच्चे के साथ नदी की धारा में बहने लगी।
मवेशी चरा रहे एक चरवाहे ने इस घटना को देखा और तुरंत नदी में कूदकर सुनीता को बाहर निकाल लिया। लेकिन तब तक बच्चे को नदी की तेज धारा बहा ले गई। सुनीता को बचाने के दौरान चरवाहे ने देखा कि वह काफी पानी पी चुकी थी। उसने तुरंत आसपास के लोगों को बुलाया और प्राथमिक उपचार के तहत महिला के सीने और पीठ का दबाव बनाकर पेट से पानी निकाला गया। थोड़ी देर बाद महिला को होश आया और उसे घर ले जाया गया।
परिवार और गांव वालों ने मिलकर नदी के किनारे बच्चे को खोजने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। गांव के सरपंच ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की टीम को बुलाया गया। रविवार से टीम हसदेव नदी में बच्चे की तलाश कर रही है। दो दिन तक टीम ने बोट की मदद से खोजबीन की, लेकिन अब तक बच्चे का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।