गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 4 सितंबर। कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने शासकीय प्राथमिक शाला परिसर मरौदा के अतिरिक्त कक्ष में जिले का पहला उल्लास साक्षरता केन्द्र का लोकार्पण किया। साक्षरता केन्द्र असाक्षरों को साक्षर बनाने का एक विशेष अध्ययन केन्द्र है। यहां स्वयंसेवी शिक्षक एवं गांव तथा आसपास के असाक्षरजन केन्द्र में आकर बुनियादी शिक्षा हासिल कर सकेंगे।
इस अवसर पर कलेक्टर अग्रवाल ने ग्रामीणों एवं स्वयंसेवी शिक्षकों को बुनियादी शिक्षा से संबंधित आवश्यक किताबों का वितरण भी किया। साक्षरता केन्द्र के लोकार्पण अवसर पर कलेक्टर अग्रवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा जिले के 15 वर्ष से अधिक उम्र के असाक्षरों को साक्षर बनाने के लिए उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत स्वयंसेवी शिक्षकों एवं अधिकारी-कर्मचारी एवं आमजनों के सहयोग से असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान, महत्वपूर्ण जीवन कौशल, व्यावसायिक कौशल विकास एवं सतत शिक्षा प्रदान किया जायेगा। इसके लिए ग्राम पंचायतों में उल्लास साक्षरता केन्द्र की स्थापना की जा रही है।
उल्लास साक्षरता कार्यक्रम के तहत कलेक्टर अग्रवाल ने कलेक्टोरेट परिसर से साक्षरता जागरूता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसका उद्देश्य साक्षरता के प्रति जन जागरूकता फैलाना एवं समाज के सभी वर्गो में शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना है। जागरूकता रथ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण कर जन समुदाय को साक्षरता के लिए जागरूक करेगा। उल्लास नवभारत साक्षरता के तहत साक्षरता सप्ताह का आयोजन 8 सितम्बर तक किया जा रहा है। इसके तहत शासकीय एवं निजी विद्यालयों में शिक्षा और साक्षरता पर केन्द्रित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इस दौरान डीईओ आनंद कुमार सारस्वत सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।