दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 5 सितंबर। जिला प्रशासन द्वारा शिक्षक दिवस पर जिला पंचायत सभागार में सम्मान समारोह में 14 शिक्षकों को सम्मान से नवाजा गया। जिसमें शिक्षा दूत पुरस्कार के अन्तर्गत 12 तथा ज्ञान दीप पुरस्कार से 2 शिक्षक सम्मानित हुए।
मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक चैतराम अटामी ने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधा कृष्ण के जन्म दिवस के अवसर पर भारतवर्ष में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक शिक्षाविद होने के साथ-साथ राजनीतिक क्षेत्र में भी बहुत अहम भूमिका रही है। आज हमने जो भी उपलब्धि हासिल की है वह एक शिक्षक की ही बदौलत ही है। उन्होंने कहा कि अ अगर समाज को सही दिशा में ले जाने और सही मार्ग दिखाने का अगर कोई कार्य करता है, वह एक शिक्षक ही है। शिक्षा के जरिये ही देश और समाज को उन्नत किया जा सकता है।
कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने उपढ़े दंतेवाड़ा, लिखे दंतेवाड़ा, विनोबा एप और बाल मित्र योजनाओं के संबंध में शिक्षकों से इसकी उपयोगिता के बारे में जानना चाहा। और उनसे आग्रह किया कि वे शाला त्यागी बच्चों को विद्यालयों में वापस लाने हेतु प्रयास करें। पालकों की बैठक निरंतर लेते रहें। इस दौरान शिक्षकों ने भी बच्चों के शिक्षा संबंधी नवाचार गतिविधियों की जानकारियां साझा किया।
समारोह के दौरान शिक्षा दूत पुरस्कार के तहत 12 शिक्षक सम्मान से नवाजे गए। इसमें महादेव मरकाम, सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला पटेल पारा, प्रशांत तिर्की, सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला तोयलंका उमलेश कुमार उईके, सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला कड़तीपारा अनिता वेक, सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला कारली, गीता देवांगन, सहायक शिक्षक बालक आश्रम शाला बारसूर मुकेश रैकवार,प्रधान पाठक प्राथमिक शाला पेरपा, प्रेमलता साहू,प्रधान पाठक प्राथमिक शाला नकुलनार प्रतिमा वानखेड़े, प्रधान पाठक प्राथमिक शाला दोरीरास, मनोज सिंह राठौर, सहायक शिक्षक एलबी मांझीपारा बेंगलूर सुमन चौधरी,सहायक शिक्षक एलबी पोटाकेबिन बेंगलूर शशिकला पोयाम, प्रधान पाठक बालक आश्रम शाला तेलम, विजय कुंजाम है। उक्त शिक्षकों को 5-5 हजार रूपये की राशि प्रदान की गई।