राजनांदगांव
धोखाधड़ी के मामले में आरोपी से जेल में बंद
दर्जनभर ग्रामीणों की पुलिस से शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 सितंबर। छुरिया इलाके के कल्लूबंजारी स्थित कियोस्क बैंक के एक संचालक ने दर्जनभर ग्रामीणों से लाखों रुपए लेकर डकार लिए हैं। इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने पुलिस से शिकायत की है। आरोपी पहले से ही इसी तरह के एक मामले में जेल में बंद है। विचाराधीन कैदी के तौर पर वह कारावास में है। छुरिया पुलिस ने 15 से ज्यादा ग्रामीणों की शिकायत के बाद धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक कल्लूबंजारी के रहने वाले मुरारी झोड़े कई साल से ग्रामीण बैंक और भारतीय स्टेट बैंक के कियोस्क का संचालन करता था। लंबे समय से ग्रामीण उसे नगद राशि अपने खाते में जमा करने के लिए देते थे। धीरे-धीरे संचालक का कारोबार इलाके में फैल गया।
लोगों के बीच उसने विश्वास बना लिया। बाद में नीयत खराब होने पर ग्रामीणों के रुपए में वह हेराफेरी करने लगा। कई ग्रामीणों के रकम का आधा हिस्सा ही खाते में जमा करता था। शेष राशि को वह निजी तौर पर इस्तेमाल करने लगा। इस तरह कियोस्क संचालक ने ग्रामीणों के मेहनत की कमाई पर हाथ साफ करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों को विश्वास दिलाने के लिए वह रसीद भी देता था।
बैंक खाते की जांच करने के बाद कुछ ग्रामीणों को रकम जमा नहीं होने की जानकारी मिली। इस तरह कल्लूबंजारी क्षेत्र के 15 से ज्यादा के ग्रामीणों की रकम खाते में कम थी। अपने स्तर पर जानकारी लेने के बाद ग्रामीणों को धोखाधड़ी का अहसास हुआ।
बताया जा रहा है कि कियोस्क संचालक ने 24 लाख रुपए ग्रामीणों का हड़प लिया है। करीब 2 माह पूर्व छुरिया पुलिस ने कियोस्क संचालक को इसी तरह के एक मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वर्तमान में आरोपी जेल में विचाराधीन बंदी है।
इस संबंध में छुरिया थाना प्रभारी अविनाश श्रीवास ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि नए सिरे से मामला दर्ज किया गया है। रिमांड लेकर आरोपी से पूछताछ होगी।
बताया जा रहा है कि आरोपी मूलत: महाराष्ट्र के कोरची क्षेत्र का रहने वाला है। कल्लूबंजारी में कियोस्क संचालक रहते आरोपी ने प्रदेश में सर्वाधिक कलेक्शन करने का भी रिकार्ड बनाया था। नीयत खराब होने के बाद आरोपी ने ग्रामीणों को ही चूना लगा दिया।