राजनांदगांव
नाराज गुट ने डीईओ को हटाकर लिया दम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 सितंबर। जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल को स्कूली छात्राओं को जेल भेजने की धमकी देने के मामले में पद से हटा दिया, लेकिन अंदरूनी तौर पर एक सच्चाई अब सामने आ रही है कि डीईओ से हुई चूक को भुनाने के लिए भाजपा के एक गुट ने लपक लिया। जिसके चलते उन्हें पद से हटना पड़ा।
बताया जा रहा है कि जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल से भाजपा का एक गुट नाराज चल रहा था। वजह यह है कि जायसवाल ने एक भाजपा नेता की शह पर कांग्रेस के एक सप्लायर को करोड़ों रुपए का फर्नीचर सप्लाई का ठेका दे दिया।
भाजपा का एक धड़ा डीईओ से कई दफे सप्लाई को रद्द करने के लिए दबाव बनाता रहा। डीईओ ने राज्य सरकार के स्तर पर सप्लाई होने का हवाला देकर दूसरे गुट को शांत करने की कोशिश की, लेकिन भाजपा का दूसरा गुट लगातार डीईओ के रवैये से खफा था। इस बीच आलीवारा के छात्राओं को धमकी देने का मामला सामने आते ही दूसरा गुट डीईओ को हटाने के लिए राजधानी तक सक्रिय हो गया।
बताया जा रहा है कि पूरे मामले की जानकारी सीएम तक दूसरा गुट पहुंचाने में कामयाब रहा। इसके बाद डीईओ को हटा दिया गया।
जिले में शिक्षा विभाग में 5 करोड़ रुपए का फर्नीचर सप्लाई का ठेका कांग्रेस नेता को दिया गया है। इसके पीछे भाजपा के एक नेता की अहम भूमिका रही। दूसरे गुट को यह बात रास नहीं आई। उधर युक्तियुक्तकरण के बीच करोड़ों के हुए ठेके को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। यानी युक्तियुक्तकरण होने पर कई स्कूलों की कक्षाएं की संख्या कम हो जाएगी। विद्यार्थियों की संख्या घटने से फर्नीचर सप्लाई प्रभावित होगा।
बताया जा रहा है कि प्रशासन ने अपने स्तर पर एक निगरानी टीम भी गठित की है। बहरहाल फर्नीचर सप्लाई से वंचित रहे भाजपा के दूसरे गुट ने डीईओ का मौका देखकर जिले से बाहर भेज दिया।