रायगढ़

संगीत सम्राट महाराजा चक्रधर ने शास्त्रीय कला संगीत को दी विश्व में नई पहचान- विष्णु देव साय
08-Sep-2024 2:57 PM
संगीत सम्राट महाराजा चक्रधर ने शास्त्रीय कला संगीत को दी विश्व में नई पहचान- विष्णु देव साय

मुख्यमंत्री ने रायगढ़ में चक्रधर समारोह का किया शुभारंभ

रायगढ़ में संगीत महाविद्यालय की स्थापना की घोषणा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़,8 सितंबर।
संगीत एवं कलाधानी नगरी रायगढ़ में 39वें चक्रधर समारोह का भव्य एवं रंगारंग आगाज हुआ। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 10 दिन तक चलने वाले इस समारोह का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि संगीत सम्राट महाराज चक्रधर ने शास्त्रीय कला संगीत को विश्व में एक नई पहचान दिलाई है।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सीएम ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गारंटी को सायं-सायं पूरा कर रही है। उन्होंने प्रदेश के किसानों, गरीबों सहित सभी वर्गों का आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार राज्य के प्रगति के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। उन्होंने स्थानीय कला संस्कृति के साथ-साथ पारंपरिक विरासत को सहेजने के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।

उन्होंने इस मौके पर रायगढ़ में संगीत महाविद्यालय प्रांरभ करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने संगीत और कला के क्षेत्र में योगदान देने वाले संगीत के मर्मज्ञ विद्वतजनों को नमन किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर रायगढ़ के शैल चित्रों पर आधारित अभिलेखीकरण पुस्तिका एवं चक्रधर समारोह की परिचय पुस्तिका का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पत्रकार विनय पाण्डेय द्वारा ब्राम्हीलिपि एवं खरोष्ठी लिपि में अनुसंधान पर आधारित कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया। श्री पाण्डेय द्वारा इस मौके पर मुख्यमंत्री को ब्राम्ही लिपि में लिखी नाम पट्टिका भेंट की गई।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विगत पांच सालों में चक्रधर समारोह का आयोजन फीका पड़ गया था, अब रायगढ़ के विधायक और हमारे सरकार में वित्त मंत्री ओपी चौधरी की पहल से चक्रधर समारोह के आयोजन को और बेहतर तथा भव्य स्वरूप दिया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को प्रकृति ने भरपूर खनिज संपदा से नवाजा है। यहां हीरा, कोयला, लोहा का भरपूर भंडार है, यहां की धरती में भरपूर उर्वरा शक्ति है। मेहनतकश किसान और हम सब मिलकर छत्तीगसढ़ को कृषि प्रदेश बनाने की दिशा में कार्य करेंगे। 

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने किए गए वायदे के अनुरूप प्रदेश के किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल 3100 रूपए के भाव से खरीदने का वायदा पूरा किया। तेन्दूपत्ता का पारिश्रमिक दर प्रति मानक बोरा 4000 रूपए से बढ़ाकर 5500 रूपए किया गया। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख से अधिक माताओं-बहनों को उनके खाते में राशि अंतरित करने का काम कर रही है।

श्रीरामलला दर्शन योजना से यहां के लोगों को प्रभु श्रीराम का दर्शन करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी ने अभी दो दिन पहले ही छत्तीसगढ़ को साढ़े आठ लाख से अधिक परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति प्रदान की है, हम इसके लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने चक्रधर समारोह को नये स्वरूप में भव्य और आकर्षक रूप में आयोजित करने के लिए संस्कृति एवं पर्यटन विभाग को बधाई दी।

कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री रामविचार ने कहा कि महाराज चक्रधर ने रायगढ़ घराना के कला संगीत को संजोकर रखा है। उन्होंने कला संगीत को देश और दुनिया में एक नई ऊचाई देने का काम किया है। उनके इस योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि सम्राट चक्रधर शास्त्रीय कला संगीत के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान कर कला संस्कृति को एक नया आयाम दिया है। 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश की कला संस्कृति, यहां की विरासत के संरक्षण और संवर्धन के लिए तत्परता से काम कर रही है।
वित्त मंत्री ओपी चैधरी ने चक्रधर समारोह के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा चक्रधर समारोह को एक भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा और आज उसे जिला प्रशासन, संस्कृति विभाग और पर्यटन विभाग के सहयोग से आज भव्य स्वरूप में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में देश के प्रतिष्ठित आठ पद्मश्री कलाकार भाग लेने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि चक्रधर समारोह की महत्ता अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश के विभिन्न प्रंातों के नामी-गिनामी कलाकार यहां अपनी प्रस्तुति देने की अभिलाषा रखते हैं। उन्होंने इस भव्य आयोजन के लिए जिला प्रशासन सहित आयोजकों को बधाई और शुभकामनाएं दी।

इस मौके पर राज्यसभा सांसद कुंवर देवेन्द्र प्रताप सिंह, रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया, राजपरिवार के  उर्वशी सिंह, बिजया सिंह, राज माता कुमुदनी देवी सिंह, वर्तमान राजा सतवीर बहादुर सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे।  

बुलाया बिठाया पर नहीं दी मंच पर जगह
रायगढ़ के ऐतिहासिक चक्रधर समारोह के आयोजन से पूर्व रायगढ़ रियासत की तथाकथित राजमाता कुमुदनी देवी सिंह ने उनके परिवार और वर्तमान राजा सतवीर सिंह को समारोह में पर्याप्त सम्मान नहीं मिलने को लेकर मीडिया के सामने आवाज उठाई थी। मीडिया में उनकी खबर आने के बाद जिला प्रशासन और आयोजन समिति की नींद खुली और आनन-फानन में उनके परिवार को बुलाकर राज परिवार के सामने बिठाया तो गया मगर उनको मंच पर जगह नही दी गई। यही नही कार्यक्रम में मौजूद मीडिया से जुड़े पत्रकारों ने यह भी देखा कि पूरे कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से उन्हें मिलने भी नही दिया गया। इस बात की कार्यक्रम स्थल पर सरगर्म चर्चा रही।  

कांगे्रस विधायकों ने कार्यक्रम से बनाई दूरी
39वें चक्रधर समारोह के आगाज कार्यक्रम के दौरान आज मंच की व्यवस्था बदली-बदली नजर आई। किसी समय इसी मंच पर कांगे्रस के जनप्रतिनिधियों और नेताओं का जमावडा लगा करता था। मगर इस बार के शुभारंभ कार्यक्रम में मंच भाजपामय नजर आया। यही नही जिले के पांच विधायकों में से चार कांगे्रस के विधायकों ने भी समारोह से दूरी बनाये रखी। जबकि क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों के नाते उन्हें भी आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम के दौरान यह भी चर्चा का विषय रहा।  

हेमा और गुरूपाल करेंगे कथक!
चक्रधर समारोह के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान समारोह के मुख्य अतिथि विष्णुदेव की भी अपने उद्बोधन के दौरान जुबान फिसली और उन्होंने भरतनाट्यम नृत्यांगना हेमा मालिनी के द्वारा कथक प्रस्तुत करने की बात कह डाली। वहीं अपने उद्बोधन के दौरान जिले के प्रभारी मंत्री रामविचार नेताम भी चुटकी लेते नजर आये और उन्होंने बातों-बातों में भाजपा नेता गुरूपाल भल्ला के द्वारा कथक करने की बात कहते हुए चुटकी ली।
 

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