दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 सितंबर। हिंदी भवन के सामने कांग्रेस नेताओं ने वरिष्ठ नेता अरुण वोरा के नेतृत्व में एक व्यापक धरना प्रदर्शन किया। जिसका उद्देश्य छत्तीसगढ़ प्रदेश में बढ़ती महंगाई और आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि के खिलाफ आवाज उठाना था। इस प्रदर्शन में दुर्ग शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गया पटेल, महापौर धीरज बाकलीवाल, पूर्व महापौर आरएन वर्मा और राजेन्द्र साहू भी शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने सीमेंट के दाम रातों-रात 50 रुपये प्रति बोरा बढ़ा दिए हैं। रेत की कीमतें चार गुना तक बढ़ गई हैं, जो निर्माण कार्यों को प्रभावित कर रही हैं। सीमेंट और रेत की दरों में इस भारी वृद्धि को कांग्रेस ने अवैध वसूली का संकेत माना है, रियल स्टेट क्षेत्र में मंदी कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार द्वारा रजिस्ट्री की दरों में दी जाने वाली 30 प्रतिशत की छूट को खत्म करके रियल स्टेट क्षेत्र में मंदी लाने का प्रयास किया जा रहा है। इस क्षेत्र में कृषि के बाद सबसे अधिक रोजगार मिलते हैं, और इसे ठप करने से लाखों लोगों की रोजी-रोटी प्रभावित हो रही है।
बीजेपी सरकार की बिजली बिल हाफ योजना की जगह अब दोगुना बिजली बिल योजना लागू की गई है। पेट्रोल, डीजल, खाद्य तेल और सब्जियों की कीमतों में हुई अप्रत्याशित वृद्धि ने लोगों का बजट गड़बड़ा दिया है। कांग्रेस ने इस वृद्धि को जनविरोधी बताते हुए सरकार पर तीखा हमला किया है। प्रदर्शन के दौरान अरुण वोरा ने प्रदेश में अपराध के बढ़ते ग्राफ पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हत्या, बलात्कार और गैंगरेप की घटनाएं रोजाना हो रही हैं, जिससे महिलाओं में असुरक्षा का माहौल उत्पन्न हो गया है।
वोरा ने कहा कि कांग्रेस का यह प्रदर्शन जनता के हितों की अनदेखी और अवैध वसूली के खिलाफ एक सशक्त कदम है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने कीमतों में वृद्धि को तुरंत नियंत्रित नहीं किया, तो कांग्रेस और भी सख्त कदम उठाएगी। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि राज्य को चुनावी राज्यों के लिए पार्टी फंड जुटाने के बजाय जनता के हितों को ध्यान में रखकर काम करना चाहिए। इस प्रदर्शन ने स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस प्रदेश में बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के खिलाफ खड़ी है और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करेगी।