नारायणपुर
अबूझमाड़ मुठभेड़ में लाखों के ईनामी महिला समेत 3 नक्सली हुए थे ढेर
भारी मात्रा में विस्फोटक व नक्सली सामान बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर/जगदलपुर, 27 सितंबर। नारायणपुर पुलिस द्वारा संचालित संयुक्त नक्सल विरोधी ‘‘माड़ बचाओ ’’अभियान में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली। जिला नारायणपुर अबूझमाड़ क्षेत्रान्तर्गत परादी के जंगल में माड़ डिविजन के साथ पुलिस-नक्सली मुठभेड़ हुई, जिसमें डीकेएसजेडसी, डीवीसीएम सहित 3 हथियारबंद सीनियर कैडर नक्सली ढेर हुए थे और भारी मात्रा में विस्फोटक व अन्य नक्सली सामान बरामद किया गया।
मृत नक्सलियों में रूपेश डीकेएसजेडसी 25 लाख ईनामी तथा जगदीश डीवीसीएम 16 लाख ईनामी एवं सरिता उर्फ बसंती पद पीपीसीएम कंपनी नंबर 10 पीएलजीए 8 लाख ईनामी महिला नक्सली रूप में शिनाख्त हुई। अबुझमाड़ क्षेत्रान्तर्गत लगातार 124 घंटों तक सुरक्षा बलों द्वारा नक्सल विरोधी ‘‘माड़ बचाओ’’ अभियान चलाया गया था।
बस्तर संभाग अंतर्गत विगत महीनों से प्रभावी नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत माड़ से नक्सलवाद का सफाया करने के उद्देश्य से नारायणपुर पुलिस के द्वारा विगत महिने से नक्सल विरोधी ‘‘माड़ बचाव’’ अभियान संचालित किया जा रहा है। इसी कड़ी में बरसात में भारी बारीश के बीच उफनते नदी-नालों को पार कर सुरक्षा बलों ने 5 दिन का एक सफल अभियान चलाया।
पुलिस को अबुझमाड़ क्षेत्र में बड़े कैडर के नक्सलियों की उपस्थिति की आसूचना प्राप्त हुई थी। उक्त सूचना पर 22 सितंबर को नारायणपुर डीआरजी, कोण्डागांव डीआरजी, दन्तेवाड़ा डीआरजी, एसटीएफ तथा बीएसएफ 11वीं, 133वी, 135वीं वाहिनी का संयुक्त बल नक्सल विरोधी अभियान हेतु उक्त क्षेत्र में रवाना हुई थी।
अभियान के दौरान 23 सितंबर की शाम करीब 4 बजे से माड़ डिवीजन क्षेत्रान्तर्गत जिला नारायणपुर-महाराष्ट्र सीमावर्ती क्षेत्र परादी के जंगल में माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलो को जान से मारने व हथियार लूटने की नीयत से अंधाधुंध फायरिंग की गई।
पुलिस पार्टी द्वारा तत्काल पोजीशन लेकर आत्मसमर्पण हेतु आवाज दिया गया आत्मसमर्पण की बात को नक्सलियों के द्वारा अनसुना करते हुए और अधिक मात्रा में फायरिंग करने लगे। पुलिस पार्टी के पास आत्मसुरक्षार्थ फायरिंग के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं होने पर सुरक्षा बलों द्वारा मौके पर पोजिशन लेकर जवाबी फायरिंग किया गया इसके बाद रूक-रूक कर अलग-अलग टीमों के साथ लगातार मुठभेड़ हुआ। बाद खुद को घिरता देखकर नक्सली जान बचाकर घने जंगलो व पहाडिय़ों की आड़ लेकर भाग गये।
फायरिंग बंद होने पर सभी टीमों द्वारा अपने-अपने दिये गये टॉस्क क्षेत्र में सर्चिंग करने पर घटना स्थल के अलग-अलग स्थानों से 2 पुरूष एवं 1 महिला कुल 3 सशस्त्र वर्दीधारी माओवादी का शव तथा शव के पास से एक एके-47 रायफल, एक इसांस, 2 एसएलआर, 2 कार्बाइन, एक 303 राइफल, एक 12 बोर बंदूक , 2 एसएलआर मैगजीन, 16 कारतूस, एक एके 47 मैगजीन , एक 303 मैगजीन, 5 कारतूस, 12 बोर कारतूस 11 नग, 315 कारतूस 7 नग, पोंच 6 नग, सिंगल शाट 2 नग, बीजीएल लांचर राइफल 01 नग, 75 नग सेल, 51 मोटर सेल 20 नग सामान बरामद हुआ।
घटना स्थल में और भी खून के धब्बे दिखाई दिये, जिससे प्रतीत होता है कि इस मुठभेड़ में बड़ी संख्या में अन्य माआवेदियों के घायल अथवा मारे जाने की संभावना है।
पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार ने बताया कि अबूझमाड़ दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थितियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें माओवादी सिद्धांतों के आकर्षण से बाहर निकालना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सके। हम उन सभी मूलवासियों जो बाहरी विचारधारा और बाहर के नक्सली नेताओं के गलत प्रभाव में फंस गये हैं उनसे अपील करते हैं कि वे नक्सलवाद एवं नक्सली विचारधारा को त्याग कर शासन की आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति को अपनाकर समाज के मुख्य धारा से जुड़े और हथियार और नक्सलवादी विचारधारा का पूर्णत: त्याग व विरोध करें।
बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पी. ने बताया कि- वर्ष 2024 में माओवादियों संगठन के शीर्ष नेतृत्व को सुरक्षा बल द्वारा भारी क्षति पहुंचाई गई। विगत 09 महिने में डीकेएसजेडसी जोगन्ना जिला पेदापल्ली, तेलंगाना राज्य, डीकेएसजेडसी रंधेर जिला वारंगल राज्य तेलंगाना, डीकेएसजेडसी रूपेश जिला गढ़चिरौली महाराष्ट्र, टीएससी मेम्बर सीआरसी 02 कमाण्डर सागर जिला भूपलपल्ली तेलंगाना राज्य, डीवीसीएम शंकर राव जिला भूपलपल्ली तेलंगाना राज्य, डीवीसीएम विनस जिला वारंगल तेलंगाना राज्य,डीवीसीएम जगदीश जिला बालाघाट म.प्र . राज्य, एसीएम संगीता उर्फ सन्नी जिला गढ़चिरौली महाराष्ट्र, एसीएम लक्ष्मी जिला मलकानगिरी ओडिशा , एसीएम रजीता जिला वारंगल तेलंगाना राज्य जैसे बाहर राज्य के सीनियर माओवादी कैडर को सुरक्षा बल द्वारा विभिन्न मुठभेड़ ढेर किया गया।
पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार ने बताया कि वर्ष 2024 में जिला नारायणपुर में संचालित नक्सल विरोधी अभियान में अब तक कुल 37 माओवादी मारे गये, 29 गिरफ्तार एवं 14 माओवादी द्वारा आत्मसमर्पण किया गया।
गढ़चिरौली कैडर के टॉप फार्मेशन का लगभग सफाया किया जा चुका है सबसे पहले 1 एसजेडसीएम जोगन्नाऔर कंपनी नंबर 10 के कमांडर मल्लेश को मार गिराया गया था अब एक और एसजेडसीएम और कंपनी नंबर 10 के इंचार्ज को मार गिराया गया है इन सबके चलते डर की वजह से एक अन्य एसजेडसीएम गिरधर ने गढ़चिरौली में सरेंडर कर दिया है अब उक्त क्षेत्र एक एसजेडसीएम और कुछ गिने चुने डीवीसीएम ही बचे हैं।
उप पुलिस महानिरीक्षक कांकेर के एल ध्रुव ने बताया कि इस ऑपरेशन के उपरांत नक्सलियों के गढ़ रहे माड़ डिवीजन के माओवादियों में भय का माहौल व्याप्त है। क्षेत्र को नक्सली शीर्ष नेतृत्व अपना सुरक्षित ठिकाना मानते है। नक्सली नेतृत्व इस ऑपरेशन उपरांत ग्रामीणों एवं अपने निचले कैडर को दोषारोपण कर रहे हैं। सुरक्षा बलों का नक्सलियों के अटैकिंग फोर्स के स्तम्भ के ऊपर कड़ा प्रहार है।
पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पी. ने बताया कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से स्थानीय जिला पुलिस बल, डीआरजी तथा केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों द्वारा आपसी बेहतर तालमेल एवं रणनीति के साथ काम करने के परिणाम स्वरूप वर्ष 2024 में बस्तर संभाग अंतर्गत की जा रही नक्सल विरोधी अभियान के दौरान अब तक कुल 157 नक्सलियों के शव बरामद, 663 गिरफ्तार एवं 556 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है।