राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 अक्टूबर। युगांतर पब्लिक स्कूल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई। विद्यार्थियों और शिक्षकों ने गांधीजी के प्रिय भजनों का गायन किया। आयोजन में हिंदी विभागाध्यक्ष वीएन राय, फिजिकल एजुकेशन शिक्षिका वंदना सिंह, संगीत विभाग के गोपीप्रसाद पटेल, अक्षय केहरी, लवली पाल, कला विभाग के अजय चौरसिया, ज्ञानेश पटेल का सहयोग रहा।
विद्यालय के प्राचार्य डॉ. मधु पी. चौधरी ने गांधजी व शास्त्रीजी के सिद्धांतों का उल्लेख करते बताया कि हम इनके एक सिद्धांत भी अपना लेते हैं तो हमारे जीवन में सुन्दर तथा सकारात्मक परिवर्तन होना शुरू हो जाता है। इनके सत्य अहिंसा के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक हैं। आज विश्व में गांधीजी की उपमा बड़े शान से ली जाती है। उन्होंने कहा कि हमें महात्मा गाँधी के सारे सिद्धान्तों को समझना है तो हमें उनकी आत्मकथा अध्ययन करना चाहिए। इसी तरह शास्त्री की सरल जीवन शैली समझने उनकी जीवनी का अध्ययन करना चाहिए। शास्त्री के नारे जय जवान-जय किसान से सारा जनमानस प्रभावित रहा। महात्मा गांधी विश्व मानवता की मूर्ति थे। उनके सिद्धांत सार्वभौम मानवतावाद पर आधारित थे। शास्त्री के बारे में उन्होंने बताया कि वे संघर्षशील व्यक्तित्व के धनी थे, जब देश में अकाल के कारण खाद्यान्न की कमी हो गई थी। शास्त्री ने भारतवासियों को एक समय का उपवास रखने की सलाह दी।
उनकी इस सलाह का सभी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा। उन्होंने इस समस्या का समाधान प्रस्तुत कर सभी की रक्षा की। इस आयोजन की सफलता पर विद्यालय के चेयरमैन विनोद सदानी, सेक्रेटरी विनय डड्ढा, कोषाध्यक्ष मिश्रीलाल गोलछा, निदेशक (अकेडमिक्स) सुशील कोठारी सहित युगांतर परिवार ने हर्ष प्रकट किया है।