रायपुर
दपूमरे में 75 ट्रैक मशीनों से काम लिया जा रहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 5 अक्टूबर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे लगभग 5465 ट्रैक किलोमीटर रेल लाइन पर प्रतिदिन औसत लगभग 400 से भी अधिक ट्रेन्ं चलाता है। इसके लिए इतनी बड़ी संख्या में रेल लाइनों पर गाडिय़ों के परिचालन से निश्चित ही रेल लाइनों के मेंटेनेंस की आवश्यकता होती है । संरक्षा की दृष्टि से तो यह और भी अतिआवश्यक है । इस वजह से
नागपुर से झारसुगुड़ा मेन लाइन की गति 130 किलोमीटर प्रति घंटे की जा चुकी है ।
इसी कड़ी में रेल लाइनों का ट्रैक मशीनों के द्वारा वर्तमान अप्रैल’ से सितंबर’ 2024 के दौरान 06 महीनों में 104 किलोमीटर ट्रैक रिन्यूअल, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि के 49 किलोमीटर की तुलना में 112 प्रतिशत अधिक है, 133 किलोमीटर ट्रैक में गिट्टी की छनाई, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि के 59 किलोमीटर की तुलना में 125 प्रतिशत अधिक है, 96 टर्नआउट का रिन्यूअल, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि के 44 टर्नआउट रिन्यूअल की तुलना में 118 प्रतिशत अधिक है, तथा 3642 किलोमीटर प्लेन ट्रैक की टैंपिंग, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि के 2610 किलोमीटर की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक है, का कार्य किया गया है ।
ट्रैक मेंटेनेंस के दौरान दिन हो या रात, सर्दी हो या बरसात 24 घंटे रेल कर्मचारी एक-एक मिनट के समय का सदुपयोग करते हुए संरक्षित रेल परिचालन के लिए कार्य करता है । इसके साथ ही साथ इन्ही दौरान रेलवे लाइनों पर ट्रैको के रिनिवल एवं मेंटेनेंस करनेवाली मशीनों से भी कार्य लिया जाता है । वर्तमान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे अपने 75 ट्रैक मशीनों के साथ ट्रैक रखरखाव एवं अनुरक्षण के कार्य में मुस्तैदी के साथ कार्यरत है । ट्रैक मशीनों मे मुख्यत: सीएसएम, ड्योमैटिक, एमपीटी, यूनिमेट, बीसीएम, एआरएम, बीआरएम, पीक्यूआरएस, टी28, आदि शामिल हैं ।