बलौदा बाजार
निर्दोषों को न्याय दिलाने का दिया आश्वासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 11 अक्टूबर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कल बलौदाबाजार जिला जेल में बंद निर्दोषों से मुलाकात कर उनके लिए न्याय की मांग की। अमित जोगी ने इन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी को पुलिस की मनमानी करार दिया और आरोप लगाया कि पुलिस ने जानबूझकर निर्दोषों को फंसाया है।
इस दौरान अमित जोगी ने पुलिस द्वारा पेश किए गए 1140 पन्नों के अभियोग पत्र की गंभीर खामियों को उजागर किया। उन्होंने मीडिया के सामने इस अभियोग पत्र की धज्जियाँ उड़ाते हुए कहा कि पुलिस ने कई तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है और सरकार के विरोधियों को टारगेट किया गया है।
अमित जोगी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, यह स्पष्ट है कि पुलिस ने जानबूझकर निर्दोष लोगों को फंसाने का प्रयास किया है। इस पूरे प्रकरण में 186 निर्दोष लोगों को जेल में डाल दिया गया है, जिनमें से कुछ नाबालिग भी हैं। यह संविधान और मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार और पुलिस इस मामले में पूरी तरह से विफल रही है और निर्दोष लोगों को न्याय दिलाने के लिए वह लड़ाई जारी रखेंगे।
ज्ञात हो कि 10 जून को बलौदाबाजार में एक हिंसक घटना घटी थी, जिसे पुलिस ने च्च्अग्निकांडज्ज् का नाम दिया था। इस घटना के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए कुल 356 लोगों को आरोपी बनाया। इनमें से 186 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
अमित जोगी ने इस पूरे प्रकरण की जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस ने मनगढ़ंत आरोप लगाकर इन निर्दोषों को जेल भेजा है। उन्होंने कहा, 1142 पन्नों के आरोप पत्र में कहीं पर भी यह उल्लेख नहीं किया गया है कि किस आधार पर इन निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया गया। यहां तक कि कुछ आरोपियों के खिलाफ तो कोई पुख्ता सबूत भी नहीं है।
अमित जोगी ने कहा कि पुलिस ने आरोप पत्र में कई विरोधाभासी बातें कही हैं। उदाहरण के लिए, 10 जून की रात को पुलिस ने बैरिकेडिंग की व्यवस्था का दावा किया था, लेकिन वास्तव में केवल कुछ ही स्थानों पर हल्की बैरिकेडिंग की गई थी। इसके अलावा, आरोप पत्र में यह भी कहा गया है कि पुलिस पर पत्थरबाजी की गई, लेकिन उपलब्ध सीसीटीवी फुटेज में ऐसी कोई गतिविधि नहीं दिखाई देती। उन्होंने आगे बताया कि पुलिस ने आरोपियों के घरों से पत्थर और बांस के डंडे बरामद किए, लेकिन यह बरामदगी भी बिना स्वतंत्र गवाहों के की गई है। जोगी ने इस मामले को हास्यास्पद करार देते हुए कहा, यह कहना बेहद हास्यास्पद है कि आरोपी अपने घरों में पत्थर और डंडे छुपा कर रखे थे।
अमित जोगी ने आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे को न्यायालय में ले जाएंगे और निर्दोष लोगों को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह इसके खिलाफ जन आंदोलन छेड़ेंगे। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार के विरोधियों को दबाने की साजिश है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे का लक्ष्य है कि इस तरह की अन्यायपूर्ण कार्रवाई के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाए और निर्दोष लोगों को तुरंत रिहा किया जाए।
अमित जोगी ने जेल में बंद निर्दोषों से मुलाकात के बाद बताया कि कई लोगों की स्वास्थ्य स्थिति खराब है और जेल प्रशासन उनकी उचित देखभाल नहीं कर रहा है। उन्होंने जेल प्रशासन पर भी सवाल उठाए और कहा कि जल्द ही इस मुद्दे को राज्यपाल और मानवाधिकार आयोग के समक्ष उठाया जाएगा।