कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 30 अक्टूबर। कलेक्टर कुणाल दुदावत के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन और यूनिसेफ के संयोजन से जिले में एनीमिया मुक्त कोंडागांव एवं सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य और बाल संरक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम के अवलोकन हेतु यूनिसेफ इण्डिया चीफ डेनिश लारसेन, लोपामुद्रा त्रिपाठी एवं छत्तीसगढ़ राज्य के सामाजिक व्यवहार परिवर्तन विशेषज्ञ अभिषेक सिंह ने जिले का दौरा किया।
यह कार्यक्रम विकासखंड फऱसगांव के मांझी आठगांव में आयोजित किया गया, जहां पंच प्रतिनिधि, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और स्वयंसेवकों ने आगंतुकों का मांदरी नाचा एवं पुष्प गुच्छ से स्वागत किया।
माध्यमिक शाला मांझापारा मांझीआठगांव में शिक्षकों के साथ पंथक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें शिक्षिका निहारिका यादव ने सामाजिक भावनात्मक कौशल के महत्व को बताया। बच्चों ने डर और तनाव को खत्म करने के लिए लाल गुब्बारा व सांप सीढ़ी की गतिविधि भी की। साथ ही आई ई सी मटेरियल का प्रदर्शन किया गया।
प्रतिनिधिमंडल ने आंगनबाड़ी केंद्र में एनीमिया मुक्त कोंडागांव कार्यक्रम का भी अवलोकन किया। इस दौरान डीपीएम भावना महलवार ने एनीमिया मुक्त कोंडागांव कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी प्रदर्शित की गई। गर्भवती महिलाओं के साथ पोषण एवं मानसिक स्वास्थ्य के संबंध पर चर्चा हुई, जिसमें पोषण पखवाड़ा का प्रदर्शन कर बच्चों, किशोरियों एवं महिलाओं को पोषण युक्त भोजन को अपने आहार में शामिल करने की सलाह दी गई।
ग्राम पंचायत में मानसिक स्वास्थ्य और बाल संरक्षण पर कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों ग्रामीण महिलाओं एवं युवोदय कोण्डानार चैंप्स के वॉलिंटियर्स द्वारा अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान उडऩ छू ताली, शम्मी डांस एवं बस्तर अंचल की क्षेत्रीय गाने पर नृत्य की प्रस्तुति दी गई। सामुदायिक स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा रखने के तरीकों पर भी चर्चा हुई।
इस अवसर पर यूनिसेफ इण्डिया चीफ डेनिश लारसेन लोपामुद्रा त्रिपाठी ने जिले के अभिनव पहल एनीमिया मुक्त कोंडागांव, मानसिक स्वास्थ्य एवं बाल संरक्षण कार्यक्रम में युवोदय कोण्डानार चैंप्स के स्वयंसेवकों के कार्यों को सराहा। यूनिसेफ इंडिया प्रमुख सामाजिक व्यवहार परिवर्तन डेनिश लारसेन, लोपामुद्रा त्रिपाठी विशेषज्ञ सामाजिक व्यवहार परिवर्तन, यूनिसेफ छत्तीसगढ़ के सामाजिक व्यवहार परिवर्तन विशेषज्ञ अभिषेक सिंह, चंदन कुमार, अभिषेक त्रिपाठी, जिला पंचायत सीईओ अविनाश भोई आदि शामिल हुए।