‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 30 नवम्बर। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि नीट परीक्षा पास करने के पश्चात भी मेडिकल शिक्षा में प्रवेश से,शासन प्रशासन की घोर लापरवाही के कारण सुदूर दंतेवाड़ा के गऱीब प्रतिभावान आदिवासी छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो सकता है । सर्वर की ख़ामी बता कर जि़म्मेदार अधिकारियों ने पल्ला झाड़ लिया है ।
श्री कश्यप ने कहा है कि नक्सल क्षेत्र तथा सुदूर दंतेवाड़ा के मेधावी गऱीब आदिवासी बच्चे जो कि नीट परीक्षा में क्वालीफाई कर लिये थे,उनका पंजीयन डीएमई की साइट पर ससमय कराया जाना था , परंतु शासन की घोर लापरवाही के चलते इन बच्चों का पंजीयन नहीं कराया जा सका। जिसके चलते यह बच्चे काउंसलिंग में शामिल नहीं हो पाये। इससे इन बच्चों का भविष्य अंधकारमय होने की आशंका है । केदार कश्यप ने कहा है कि इस बेहद गंभीर लापरवाही पर दोषी अधिकारियों पर भूपेश सरकार को कार्यवाही करनी चाहिए,जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटना को रोका जा सके।
पूर्व मंत्री ने इस संबंध में राज्यपाल से बच्चों को न्याय दिलाने,उन्हें द्वितीय चरण की काउंसलिंग में स्थान दिलाने के लिए पत्र लिखा है एवं उसकी कापी मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री तथा मुख्य सचिव को प्रेषित की है।