दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 13 जनवरी। पुलगांव की प्राथमिक शाला की छत पर मिली नाबालिग की लाश की गुत्थी पुलिस ने कुछ घंटों में सुलझा ली। मृतक दानेश्वर साहू उर्फ पप्पू द्वारा गाली गलौज किए जाने से आक्रोशित उसी के दो नाबालिग दोस्तों ने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या में प्रयुक्त लेस को पुलिस ने घटनास्थल से बरामद किया है। पूछताछ में दोनों नाबालिगों ने हत्या करना स्वीकारा है। दोनों ही अपचारी बालक की उम्र 17 व 15 वर्ष है।
सोमवार की दोपहर को पुलगांव पुलिस को सूचना मिली कि वहां स्थित शासकीय प्राथमिक शाला पुलगांव की तीसरी मंजिल में एक नाबालिग लडक़े की लाश पड़ी हुई है। दुर्ग पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग रोहित झा के निर्देशन में नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग विवेक शुक्ला एवं पुलगांव थाना प्रभारी उत्तर वर्मा घटनास्थल पर पहुंचे एवं घटनास्थल का मुआयना किया। सोलह वर्षीय दानेश्वर साहू उर्फ पप्पू का शव प्राथमिक शाला पुलगांव के तीसरे मंजिल पर पड़ा हुआ था। उक्त तीसरी मंजिल पर जाने के लिए कोई भी सीढ़ी वहां पर नहीं है। मृतक के सभी दोस्तों से बारी-बारी से पूछताछ किया जाना शुरू किया गया। इस बीच मौके पर एफ एसएल की टीम एवं डॉग स्क्वॉड भी पहुंचा।
एफएसएल टीम के प्रभारी डॉ. मनोज पटेल ने बताया कि हत्या गले में किसी चीज को बांधकर की गई है और इसमें संभवत 2 से 3 लोगों के शामिल होने का अनुमान लगाया गया। इस आधार पर भी आगे की पूछताछ की जाती रही।
नगर पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने बताया कि ऐसे सभी युवक जो उस स्कूल की छत पर अक्सर चढ़ा करते थे, उनसे लगातार पूछताछ की गई। इसी बीच एक अन्य सूचना मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि मृतक आखिरी समय में अपने कुछ दोस्तों के साथ देखा गया है। उनसे भी अलग से बुलाकर पूछताछ की गई। दो नाबालिकों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
श्री शुक्ला ने बताया कि दानेश्वर साहू को वे चिढ़ा रहे थे, जिससे वह आरोपियों को गाली देने लगा। जिससे उनको गुस्सा आ गया और उन्होंने प्लान किया कि इसे स्कूल की छत पर ले जाते हैं, ऐसा सोचकर उन्होंने उसे स्कूल की छत चलने के लिए तैयार किया और वहां ले जाने के बाद उससे बहस हुई। बहस के दौरान पुन: मृतक ने उन्हें गाली दी, जिससे उनके द्वारा मृतक के गले को जैकेट की लेस को निकालकर एक अपचारी बालक द्वारा गले में कसकर बांध कर खींचा दिया गया तथा दूसरे अपचारी बालक द्वारा उसके पैर को पकड़ कर रखा गया।
उक्त कार्रवाई में नगर पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, थाना प्रभारी उत्तर वर्मा, डोमार साहू, हेड कांस्टेबल शिव तिवारी, आरक्षक जावेद खान, धीरेंद्र यादव, सुरेंद्र साहू, मुकेश चंद्राकर, गजेंद्र यादव, अनिल सोनी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।