रायपुर
भाभा परमाणु अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने कृषि विवि के विशेषज्ञों से की चर्चा
रायपुर, 16 जनवरी। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में फसल सुधार कार्यक्रम एवं खाद्य प्रौद्योगिकी में इलेक्ट्रॉन बीम के प्रयोग की संभावनाएं तलाशने के लिए कुलपति डॉ. एसके पाटील की अध्यक्षता में भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र, मुम्बई के वैज्ञानिकों के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र, मुम्बई के बीम तकनीकी विकास समूह की वैज्ञानिक एवं एसोसिएट डायरेक्टर डॉ अर्चना शर्मा द्वारा फसल सुधार, खाद्या प्रौद्योगिकी एवं औषधीय फसलों विज्ञान के क्षेत्र में इलेक्ट्रान बीम तकनीकी के प्रयोग की संभावनाओं पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिको से चर्चा की गई।
उन्होंने इलेक्ट्रान बीम तकनीक को फसल सुधार एवं खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने हेतु उपयोगी बताया तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में एक इलेक्ट्रान बीम सुविधा केन्द्र स्थापित करने का प्रस्ताव दिया। कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटील ने इलेक्ट्रान बीम तकनीक को छत्तीसगढ़ के किसानों के वरदान बताते हुए कृषि विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रान बीम सुविधा केन्द्र स्थापित करने हेतु छत्तीसगढ़ सरकार को प्रस्ताव प्रेषित करने का आश्वासन दिया। डॉ. पाटील ने कहा कि इस सुविधा केन्द्र की स्थापना हेतु निजी क्षेत्र से निवेश भी आमंत्रित किया जा सकता है।
डॉ. अर्चना शर्मा ने बताया कि इलेक्ट्रान बीम म्युटेंट किस्मों के विकास, खाद्य संरक्षण, अनाजों के विघटन, खाद्य उत्पादों से फफूंद और जीवाणु पर नियंत्रण, चिकित्सा उत्पादों का निर्जीवीकरण, पालीमर का क्षरण, निकास गैसो का शोधन, सीवेज जल उपचार के लिए बहुत उपयोगी हैं।