दुर्ग
देवरी-बाघनदी से रायपुर तक आज से बेरोजगार किसान मोर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 18 जनवरी। शिवसेना द्वारा नगरनार मोर्चा के बाद अब बेरोजगार किसान मोर्चा की तैयारी शुरू कर दी है। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार दिलाने हेतु चारामा से जगदलपुर नगरनार तक शिवसेना ने मोर्चा निकाला था और यह मांग की थी कि निर्माणाधीन नगरनार प्लांट में 60 फीसदी स्थानीय युवाओं को रोजगार और 20 फीसदी अन्य जिले एव 20 फीसदी टेक्नीशियन अन्य के अनुपात भागीदारी सुनिश्चित करें। सरकार को यह घोषणा करना पड़ा कि नगरनार प्लांट का अगर निजीकरण हुआ तो छत्तीसगढ़ सरकार खरीद लेगी। इस कार्यक्रम के बाद अब शिव सेना ने बेरोजगार किसान मोर्चा की तैयारी शुरू कर दी है यह मोर्चा 18 से 20 जनवरी तक चलेगी।
शिव सेना के प्रदेश प्रवक्ता विक्की शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के बेरोजगार और किसानों की मूलभूत जनसमस्याओं को लेकर शिव सेना प्रदेश इकाई द्वारा बेरोजगार किसान मोर्चा की तैयारी शुरू कर दी है। शिवसैनिक 18 जनवरी को देवरी रवाना होंगे और दूसरे दिन यह मोर्चा 19 जनवरी को सुबह 10 बजे देवरी से निकलेगा और राजनांदगांव दुर्ग भिलाई होते हुए राजधानी रायपुर पहुंचेगा।
उन्होंने कहा कि धान खरीदी के पूर्व कोई ठोस व्यवस्था न करने के कारण आज 60 फीसदी धान खरीदी हुई नहीं है और कई धान खरीदी केन्द्र बंद हो गए। धान खरीदी केन्द्रों में धान का उठाव नहीं हो रहा है, बारदाना नहीं है यही वजह है कि किसानों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूरे प्रदेश में 21 लाख से अधिक किसानों ने शासकीय सोसायटी में धान बेचने के लिए पंजीयन कराया है पिछले साल की अपेक्षा 10 प्रतिशत किसानों की संख्या बढ़ी है उसके बाद भी अधिकारियों ने जमकर लापरवाही बरती। पहले नवम्बर माह से फरवरी माह तक धान खरीदी की जाती थी। लेकिन इस बार दिसम्बर माह से जनवरी माह तक केवल 41 दिन ही धान खरीदी हो रही है। अधिकारियों ने धान खरीदी के पूर्व कोई ठोस योजना तैयार नही की थी। यही वजह है कि 30 प्रतिशत की धान खरीदी हुई नही थी। और पूरी व्यवस्था चरमरा चुकी है। कई सोसाइटीयों में धान रखने के लिए जगह नही होने एवं बारदाना भी समाप्त होने के कारण दो - दो तीन तीन दिन तक बंद हो चुकी है।
विक्की शर्मा ने कहा कि पूर्व में मिलर्स एवं संग्रहण केन्द्र स्वयं हमाल लेकर आते थे लेकिन इस बार अधिकारियों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है कि हमाल की व्यवस्था समिति द्वारा की जाएगी। अगर सोसायटी के हमाल ट्रकों में धान भरने का काम करेंगे तो तौल और बारदाना की सिलाई कौन करेगा।
अरबो रूपये का धान खरीदी केन्द्रों में पड़ा हुआ है अगर मौसम खराब हुआ तो जिम्मेदार कौन होगा। अधिकारियों द्वारा यह निर्देश जारी की जा रही है कि अब किसानों के ही बारदाना में धान खरीदी की जायेगी लेकिन इस बात को नजर अंदाज किया गया कि किसानों के पास प्लाटिक की बोरी है जूट की बोरी कहां से लाएंगे। उधर बारदाना की दाम डबल हो गई है इससे किसानों को बड़ा नुकसान हो रहा है। उक्त मांग को लेकर शिवसेना जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र सोनी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया जाएगा।