दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 19 जनवरी। आम किसानों को उनके क्षेत्र के आरईओ कौन है यह पता ही नहीं होता। जनपद पंचायत दुर्ग के कृषि समिति की बैठक में यह मुद्दा उठाते हुए सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की। बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार अब सभी आरईओ को अपने मुख्यालय में कार्यालय का बोर्ड लगाना होगा।
बैठक में सदस्यों ने कहा कि ज्यादातर किसान जानते ही नहीं है कि उनके क्षेत्र का आरईओ कौन है। आरईओ जब अपने क्षेत्र में जाते हैं तो गिने-चुने किसानों से मिलकर घूम कर लौट आते हैं। इस पर नाराजगी जताते हुए कृषि समिति के सभापति राकेश हिरवानी ने कहा कि क्षेत्र के सभी आरईओ अब मुख्यालय में बोर्ड लगाएंगे। उक्त बोर्ड में उनके मुख्यालय में बैठने का दिन, समय का भी अनिवार्य रूप से उल्लेख किया जाए ताकि आम किसान भी आसानी से आरईओ से मुलाकात कर अपनी समस्या रख सके। बैठक में चंदखुरी गौठान समिति अध्यक्ष एवं आरईओ के बीच विवाद का मुद्दा भी उठा। मामले में जांच कर समस्या का समाधान करने का निर्णय लिया गया। समिति की बैठक पहली बार उद्यानिकी विभाग की नर्सरी में हुई।
जहां विभाग के अधिकारियों ने सभी सदस्यों एवं अन्य आमंत्रित अतिथि सदस्यों का पौधा भेंट कर स्वागत किया। बैठक में बताया गया यहां किसानों का उद्यानिकी विभाग द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जो कि खुले में आयोजित होती है। सदस्यों ने बैठक में तत्काल उद्यानिकी विभाग में किसान प्रशिक्षण केंद्र भवन निर्माण का प्रस्ताव सर्वसम्मति से लिया। बैठक के दौरान ही कंप्रेशर स्पेयर वितरण योजना की शुरुआत की गई। इस दौरान योजना के लाभार्थी किसानों को इसे वितरित की गई। बैठक में विशेष रूप से आमंत्रित जिला पंचायत दुर्ग कृषि समिति सभापति योगिता चंद्राकर, दुर्ग जनपद उपाध्यक्ष झमित गायकवाड़, मनीष चंद्राकर, दीपिका, प्रीति वैष्णव, माहेश्वरी हंकारा, कुबेर सिंह, श्री वासनिक आदि मौजूद थे।