रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 20 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री एवं जांजगीर चांपा क्षेत्र के विधायक नारायण चंदेल बुधवार को पत्रकार वार्ता का संबोधित करते हुए कहा कि जब से छग प्रदेश में भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी है। दो वर्ष बीत गए इस अवधि में समाज का हर तपका भारी परेशानी के दौर से गुजर रहा है। छ.ग. का भूमिपुत्र व अन्नदाता किसान इस राज्य की कांग्रेस सरकार में सर्वाधिक दुर्दशा को झेल रहा है। प्रदेश की यह कांग्रेस सरकार यहां के किसानों के साथ अन्याय, अत्याचार व उनके साथ निरंतर छल कर रही है। अगर यहां का किसान बोना जानता है तो काटना भी जानता है।
आज पूरे छ.ग में धान खरीदी में भारी अव्यवस्था का आलम है। छ.ग. राज्य निर्माण के बाद किसानों का हर तरह से अपमान हो रहा है, प्रदेश की भूपेश सरकार किसानों से झूठे वादे के कारण बनी है, लेकिन आज वही किसान सबसे ज्यादा दुखी, हताश व निराश है। उन्होंने कहा कि धान खरीदी केन्द्रों भारी अव्यवस्था का आलम है, बारदानों की कमी है। गिरदावरी के बहाने किसानों के खेतों का रकबा सुनियोजित ढंग से कम किया गया, जिसमें धान खरीदी कम करना पड़े। यही नहीं टोकन कटवाने के लिए किसान परेशान हो रहा है। बार-बार दिन-रात धान खरीदी का चक्कर काट रहे हैं। धानों का परिवहन नहीं हो रहा है। धान खरीदी में 15 दिन का विलंब हुआ। धान खरीदी विलंब होनें से 2 से 4 किलो किसानों का धान सुखद जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दो साल का बकाया बोनस अभी तक किसानों को प्राप्त नहीं हुआ है, उसको दिया जाए। धान खरीदी केन्द्रों में इलेक्ट्रानिक कांटा से धान का तौल, खरीदी किया जाए। उन्होंने राज्य सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि शराबबंदी की बात अपने घोषणा पत्र में किए थे, पर शराबबंदी के बजाए अब तक होम डिलवरी शराब की भी बिक्री राज्य सरकार द्वारा करायी जा रही है।
यही नहीं रेत की तस्करी भी काफी मात्रा में बढ़ गई है। विधायक नारायण चंदेल का कहना था कि कोई व्यक्ति तब जमीन व सोना बेचता है, जब उसके पास कुछ भी नहीं बचा हो, और यही स्थिति राज्य सरकार की है। इसी वजह से सरकारी जमीनों की निलामी की जा रही है और ऐसे में आने वाले समय में जब सरकारी जमीन ही नहीं होगी तो विकास के कार्य भी नहीं हो सकेंगे। इसके अलावा कई राज्य सरकार पर अन्य कई आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों की इस दुर्दशा व समूचे प्रदेश में धान खरीदी केन्द्रों में हो रही भारी अव्यवस्था को लेकर 22 जनवरी शुक्रवार को सभी जिला मुख्यालय में किसानों को साथ लेकर विशाल प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ ही सभी जिलों में कलेक्टोरेट का घेराव कर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता अपनी गिरफ्तारी देंगे।