महासमुन्द
श्रीराम कथा मानव जीवन से जुड़ी है और उसे आत्मसात करने की जरूरत
21-Jan-2021 3:57 PM
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 जनवरी। उज्जैन की संत वर्षा नागर ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम का नाम जपने से जीवन का उद्धार हो जाता है। श्रीराम कथा मानव जीवन से जुड़ी है और उसे आत्मसात करने की जरूरत है। ग्राम केशवा में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान चौथे दिन कल बुधवार को संत देवी वर्षा नागर ने राम जन्मोत्सव से वनवास तक का सुंदर वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि जीवन में भगवान श्रीराम की कृपा हो वह भाग्यशाली है। राम नाम ही सत्य है। मोक्ष प्राप्ति का एक मात्र रास्ता है भगवान की भक्ति।
भक्ति के आगे कोई शक्ति नहीं है। संत देवी वर्षा नागर ने बताया कि मनु और शतरूपा ने भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए कई सालों तक कठोर तप किया। कठोर तप की वजह से भगवान ने उन्हें दर्शन दिए और वरदान मांगने के लिए कहा।