महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 जनवरी। उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव नहीं होने के कारण खरीदी में व्यवस्था चरमरा रही है। वहीं बावनकेरा व चौकबेड़ा उपार्जन केंद्र में परसों गुरूवार शाम से खरीदी बंद हो गई है। शुक्रवार को एक भी किसान ने धान नहीं बेचा।
धान खरीदी के लिए केवल पांच दिन ही शेष बच गए हैं, और जिले के कई उपार्जन केंद्रों में बफर लिमिट से अधिक धान पड़ा हुआ है। जिसे परिवहन कराने में विपणन विभाग नाकामयाब साबित हो रहा है। जिला विपणन अधिकारी सीआर जोशी ने बताया कि बैरियर की वजह से उठाव को लेकर परेशानी आ रही है। फिलहाल बागबाहरा में उठाव के लिए आज शनिवार को डीओ जारी किया जाएगा।
उपार्जन केंद्र व्यवस्थापक के अनुसार बावनकेरा उपार्जन केंद्र में 44665 व चौकबेड़ा में 20300 क्विंटल धान क्रय किया गया है। इन केंद्रों से क्रमश 14614 एवं 9440 क्विंटल धान का उठाव हुआ है। इसके बाद परिवहन बंद हो गया। जिसकी वजह से उपार्जन केंद्र में 30051 एवं 12667 क्विंटल धान जाम पड़ा हुआ है। एक से 21 जनवरी तक एक बार भी परिवहन नहीं होने के कारण यह धान जाम है। किसानों के मुताबिक धान संग्रहण केन्द्रों में अब भी बारदाने की समस्या बरकरार है। जिले के 9 हजार किसान अब तक धान नहीं बेच पाए हैं। इसका कारण बारदेने की किल्लत को बताया जा रहा है।
मिलरों की ओर से समितियों को दिया गया बारदाना खराब है। कुछ किसान धान बेचने के लिए बाजार से बारदाना खरीदकर धान बेच रहे हैं। किसान 35 रुपए कीमत पर बाजार से बारदाना खरीद कर धान बेच रहे हैं और राज्य सरकार की ओर से किसानों बारदाने के एवज में मात्र 15 रुपए दी जा रही है।