बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 27 जनवरी। वैवाहिक कार्यक्रम के लिए अनुमति लेने तहसील कार्यालय लोकसेवा केंद्र में अब कम लोग पहुंच रहे हैं। जनवरी के बीते 22 दिनों में जिलेभर में सिर्फ 11 आवेदन ही मिले हैं।
दरअसल मुहूर्त कम होने के कारण यह स्थिति बन रही है। धनु मलमास 14 जनवरी को खत्म हो गया है लेकिन पंडितों के अनुसार वसंत पंचमी को छोड़ अगले 3 महीने शुभ और मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे। विवाह और अन्य संस्कारों के लिए कारक माना जाने वाला ग्रह गुरु (तारा) अस्त हो गया है। अगले महीने शुक्र तारा भी अस्त हो जाएगा। मार्च-अप्रैल में मीनार्क यानी मलमास रहेगा।
स्थानीय पंडितों के अनुसार मलमास में 3 माह में कुछ योग और अबूझ मुहूर्त आएंगे। विशेष योगों में विवाह को छोडक़र गृह प्रवेश, गृहारंभ, नींव पूजन एवं व्यापार व अन्य शुभ कार्य ग्रह नक्षत्रों की शुभता के आधार पर अत्यावश्यक होने पर किए जा सकेंगे। वसंत पंचमी 16 फरवरी को पड़ रही है, ऐसे में विवाह आदि मांगलिक कार्य हो सकेंगे। अब 22 अप्रैल से 15 जुलाई तक 37 मुहूर्त हैं।
फरवरी व मार्च में विवाह के लिए कोई मुहूर्त नहीं
फरवरी और मार्च में विवाह के लिए कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है जबकि 2020 में कई मुहूर्त थे। तीन माह अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में भी विवाह का कोई मुहूर्त नहीं है। साल में दो बार मलमास को अशुभ माना जाता है। पहला सूर्य जब धनु राशि में प्रवेश करता है तब यानी 14 दिसंबर से 14 जनवरी तक और दूसरा सूर्य जब गुरु की राशि मीन में जाता है। लगभग 14 मार्च से 14 अप्रैल तक मीन मलमास रहता है।
22 अप्रैल के हिसाब से तैयारी कर रहे आयोजक
पंडित चुड़ामणी तिवारी ने बताया कि 22 अप्रैल से 15 जुलाई तक 37 मुहूर्त है। जनवरी में 18 तारीख को मुहूर्त था। इसके बाद अब सीधे 22 अप्रैल से शहनाइयां गूंजेंगी। वैसे वसंत पंचमी में भी शादी करा सकते हैं लेकिन अधिकांश आयोजक 22 अप्रैल या इसके बाद के हिसाब से तैयारियां कर रहे हैं। लोग शुभ मुहूर्त आने का इंतजार कर रहे हैं। इस साल विवाह, सगाई और लग्न के कम मुहूर्त हैं।
सिर्फ मई में सबसे अधिक 16 मुहूर्त हैं।