कोण्डागांव
उड़ान बिहान आजीविका केंद्र पहुंचे सीएम, बढ़ाया हौसला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 27 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने दो दिवसीय कोण्डागांव प्रवास के अंतिम समापन क्षणों में 27 जनवरी को उड़ान बिहान आजीविका केंद्र पहुंचे। चिखलपुटी स्थित इस आजीविका केंद्र में बिहान के अंतर्गत महिलाएं मसाले, अगरबत्ती, दोना-पत्तल, नारियल तेल, चप्पल निर्माण, प्रसंस्कृत तिखूर, बिस्किट जैसी खाद्य सामग्रियों के निर्माण में प्रशिक्षित कर आजीविका के अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं, ताकि वे भविष्य में स्वयं अथवा समूह के माध्यम से अतिरिक्त आय अर्जित कर स्वालम्बी बन सकें।
इस अवसर पर आजीविका के विभिन्न संसाधनों में मजबूती से कदम बढ़ाती हुई महिलाओं का हौसला अफजाई करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि, आर्थिक रूप से सशक्त महिलाएं सशक्त छत्तीसगढ़ का प्रतीक है। आत्मनिर्भर महिला न केवल परिवार बल्कि समाज के अन्य वर्गों के लिए भी प्रेरणा देने का कार्य करती हैं।
उन्होंने कहा कि, शासन द्वारा आंगनबाड़ी और शालाओं में मध्यान्ह भोजन के अंतर्गत अण्डा वितरित किया जा रहा है। अगर महिलाएं कुक्कट पालन करके स्थानीय स्तर पर अण्डे वितरण का दायित्व लेती हैं तो निश्चित रूप से हमें अन्य राज्य से अण्डा मंगाने की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने कहा कि, शासन द्वारा गौठानों को आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिसके तहत सभी आजीविका संसाधनों को एक ही स्थान पर संचालित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि, चिखलपुटी उड़ान बिहान आजीविका केंद्र में 43 महिलाओं को बेकरी बिस्किट, पेपर प्लेट, अगरबत्ती, प्रसंस्कृत नारियल तेल, मसाले निर्माण व तिखूर प्रसंस्करण जैसी गतिविधियों से जोड़ा गया है। मौके पर केंद्र की संचालिका हेमलता गजभिये ने केंद्र में संचालित विभिन्न आजीविका गतिविधियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उड़ान बिहान आजीविका केंद्र में विभिन्न स्व-सहायता समूहों की महिलाओं से रूबरू होकर विस्तृत चर्चा की। चर्चा के दौरान महिलाओं ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को ट्री-गार्ड निर्माण, मत्स्य पालन से संबंधित समस्याओं से अवगत कराकर अपनी आवश्यकता संबंधी मांगे रखीं। मुख्यमंत्री ने महिलाओं को एकजुट होकर कार्य करने की बात करते हुए केंद्र में संचालित विभिन्न गतिविधियों से बारीकी से अवलोकन करके उसकी जानकारी ली।