कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 17 फरवरी। बसंत पंचमी के दिन अचानक मौसम में फिर बदलाव देखने का मिला। दोपहर होते-होते जिले के अधिकांश क्षेत्रों में तेज बारिश हुर्ई। इस दौरान सोनहत ब्लॉक सहित जिले के कई क्षेत्रों में तेज आंधी भी चली। कई जगह ओले भी गिरे। बेमौसम बारिश से सब्जियों को नुकसान पहुंचा। मौसमी बीमारियों के बढऩे की आशंका भी बढ़ गयी है।
16 फरवरी को कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में भी कुछ देर तक बारिश हुई। इस दौरान यहां ओले भी गिरे। इसके बाद बौछार रूकी तो रूक-रूक कर शाम ढलने के बाद तक बारिश होती रही। बेमौसम बारिश होने के बाद तापमान में थोड़ी गिरावट हुई। पानी बरसने के बाद मौसम खुला तो हवाओं के चलते ठण्ड में थोड़ी बढ़ोतरी हुई।
मौसम विभाग के मुताबिक 19 फरवरी तक आसमान में बादल छाये रहेंगे, इसके बाद 20 फरवरी से आसमान पूरी तरह से साफ हो जाएगा। इसके साथ ही दिन व रात का तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होना शुरू हो जाएगा।
रबी फसलों के लिए लाभदायक
जानकारी के अनुसार बेमौसम बारिश भले ही ज्यादा लाभदायक न हो, लेकिन वर्तमान में रबी फसलों के लिए किसान लाभदायक मान रहे हंै। वर्तमान में विभिन्न क्षेत्रों में गेहूं की फसल लहलहा रही है, जिसे अभी पानी मिल जाने के बाद पौधों को लाभ हुआ है, वहीं दूसरी ओर सब्जियों के लिए लाभदायक अभी की बारिश नहीं रही, लेकिन ज्यादा नुकसान भी नहीं पहुंचा रहा है। बसंत पंचमी के दिन बारिश होने के दूसरे दिन सुबह धूप खिल गयी। वहीं मौसम साफ होने के बाद इस दिन सुबह के समय ठण्ड में सामान्य दिनों के मुकाबले बढ़ोतरी हुई है।
आम के बौर को नुकसान
बसंत पंचमी के दिन जिले के सोनहत ब्लॉक सहित जिले के अन्य क्षेत्रों में दोपहर के समय तेज अंधड़ चलना शुरू हो गया। इसके चलते वर्तमान में आम के पेड़ों पर लद गये बौर को काफी नुकसान पहुंचा।
धान की बोरियां भीगी
16 फरवरी को बेमौसम बारिश के चलते जिले भर के विभिन्न समितियों के प्रांगण में असुरक्षित तरीके से रखी गयी धान की बोरियों के भीगने से नुकसान पहुंचा। उल्लेखनीय है कि धान खरीदी बंद हुए एक पखवाड़ा अधिक समय बीत जाने के बाद भी कई समिति प्रांगण में धान असुरक्षित तरीके से रखा गया है। जिसका कई दिन बीतने के बाद भी उठाव नहीं हो पाया। जिसके चलते बेमौसम बारिश से जिले के कई समितियों में रखा धान की बोरी भीग गयी।