कोरिया
वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया 23 तक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 20 फरवरी। नगर पालिका परिषद बैकुंठपुर में नगरीय निकाय चुनाव के लिए अब तैयारियां शुरू हो गई है। आगामी 23 फरवरी को नपा के वार्डों का आरक्षण प्रक्रिया पूरा किया जाना है इसके बाद स्थिति स्पष्ट हो जायेगी कि कौन सा वार्ड किस श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित की गई है। अब इसके लिए ज्यादा समय नही है। वार्डों के आरक्षण प्रक्रिया पूरा होने के साथ ही पार्षद पद के दावेदार वार्डो में पूरी तरह से सक्रिय हो जायेगे। वार्डों के आरक्षण प्रक्रिया पूरा होने के बाद नगरपालिका के मतदाता सूची अद्यतन किया जायेगा। इसके बाद चुनावी जोर और तेज हो जाएगा।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के दो नगर पालिका शिवपुर चरचा व मुख्यालय का नपा बैकुंठपुर में आगामी दिवस चुनाव संपन्न होने हैं। दोनों नगरीय निकाय पहले नगर पंचायत थे जिसके बाद नगर पालिका बनाया गया। कुछ माह पूर्व दोनों नगरीय निकाय क्षेत्रों से पूर्व में जोडे गये ग्राम पंचायत के क्षेत्रों के फिर से अलग कर दिया गया है जिसके चलते अब वार्ड छोटे हो गए हैं।
नगर पालिका परिषद बैकुण्ठपुर में वर्तमान में 20 वार्ड तथा शिवपुर चरचा नगर पालिका में 15 वार्ड ही है। उल्लेखनीय है नगरीय सीमा से लगे कुछ ग्राम पंचायतों को पूर्व में मिलाकर नगर पालिका बनाया गया था लेकिन नपा में जुडऩे के बाद भी नये जुड़े वार्डों का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया तथा नए जुड़े वार्डों को कई तरह के टैक्स का भुगतान करना पड़ रहा था। साथ ही मनरेगा सहित कई पंचायती योजनाओं से भी वंचित होना पड़ रहा था जिसका विरोध शुरू हुआ और लोगों के विरोध के चलते शहरी सीमा में जुड़े पंचायतों को फिर से अलग कर दिया गया। जिससे कि नपा के वार्ड घट गए और नई परिसीमन के बाद वार्ड गठन किया गया जिसके आधार पर अब चुनाव आगामी दिनों संपन्न कराया जाएगा।
जानकारी के अनुसार इस बार नपा अध्यक्ष का चुनाव सीधे तौर पर नहीं होकर अप्रत्यक्ष तौर पर होगा। इसके लिए जरूरी होगा कि भावी अध्यक्ष को पहले पार्षद का चुनाव किसी वार्ड से जीतना होगा। पार्षदों के बीच से ही अध्यक्ष चयन किया जायेगा। यही कारण कि इस बार के नपा चुनाव में पार्षद पद के लिए प्रत्येक वार्ड में घमासान मचने की संभावना है। अब दिग्गजों को भी पहले वार्ड पार्षद का चुनाव लडऩा होगा जिसके लिए वार्डों की आगामी 23 फरवरी को होने वाली आरक्षण पर सभी की नजर है। अध्यक्ष बनने के लिए जोर आजमाईश व संपर्कों का दौर आरक्षण की स्थिति साफ होने के बाद चलेगा। वहीं शहर के कई दावेदार ऐसे हैं जो अपने वार्ड को छोडक़र दूसरे वार्ड से भी अध्यक्ष बनने के लिए पार्षद पद का चुनाव लडऩा चाहते हैं।
तब नाराज हो गए थे डवरे
नगर पालिका परिषद बैकुंठपुर के अध्यक्ष इस बार कौन बनेगा, अभी यह कह पाना तो मुश्किल है। इसके लिए कांग्रेस भाजपा अभी से अपनी अपनी रणनीति पर काम कर रही है। पांच वर्ष पूर्व भाजपा के शैलेष शिवहरे और कांग्रेस के अशोक जायसवाल के बीच हुए मुकाबले के दौरान कांग्रेस के आशीष डवरे को टिकट नहीं मिलने पर वो अपने युवा साथिर्यो के साथ नाराज हो गए थे, उन्होंने खुद नगर पालिका के लिए अध्यक्ष के पद की दावेदारी की थी, उस दौरान टिकट प्राप्त करने के दौरान अशोक जायसवाल ने अपनी बिसात बिछा दी थी। शह मात के इस खेल में डवरे चित हो गये थे। बीते चुनाव में आशीष डवरे नपा अध्यक्ष पद के लिए प्रमुख रूप से दावेदारी कर रहे थे लेकिन आखिरी वक्त पर संगठन ने उन्हें दरकिनार करते हुए अशोक जायसवाल को टिकट प्रदान कर दिया था। जिसके बाद चुनाव के 10-12 दिन पूर्व कांग्रेस के दिग्गज नेता टीएस सिंहदेव उन्हें मनाने पहुंचे थे, तब जाकर उन्होंने अशोक जायसवाल के लिए काम करने की सहमति प्रदान की थी।
युवा आईकॉन आशीष डवरे पर नजर
इस बार नगर पालिका बैकुण्ठपुर अध्यक्ष पद पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्ष्ति किया गया है। सूत्रों के अनुसार युवा आशीष डबरे तैयारी में भी इसके लिए जुट गए हैं। बताया जाता है कि संसदीय सचिव व बैकुण्ठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव के बेहद करीबी में आशीष डवरे की गिनती आती है। ऐसे में युवाओं की मांग है कि उन्हें हर हाल में आगामी नगर पालिका चुनाव में किसी ना किसी वार्ड से उन्हें टिकट दिया जाए। क्षेत्रीय विधायक के वे करीबी माने जाते हैं। जनाधार वाले युवा नेता आशीष डवरे के मैदान में आने से निश्चित तौर पर कांग्रेस का बड़ा लाभ होना तय माना जा रहा है।