जान्जगीर-चाम्पा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा, 20 फरवरी। आगामी 25 फरवरी को नवीन कालेज ग्राम भिलाई बलौदा में मेसर्स इंस्पायर इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में कोल वाशरी क्षमता विस्तार को लेकर जनसुनवाई आयोजित की गई है। जनसुनवाई में मेसर्स इंस्पायर इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड प्रायवेट लिमिटेड के जिम्मेदार अधिकारियों के अलावा जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
रायशुमारी के बाद कोलवाशरी की क्षमता लगभग साढ़े चार मिलियन टन प्रति वर्ष हो जाएगी। जिला प्रशासन के अनुसार सभी प्रभावित गांव और सरपंच को जनसुनवाई की जानकारी भेज दी गयी है। प्रभावित गांव के कुछ सरपंचों की माने तो इस बात की उन्हें जानकारी नहीं है।
जिला प्रशासन और पर्यावरण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 25 फरवरी दोपहर 11 बजे से नवीन कालेज बलौदा में कोलवाशरी क्षमता विस्तार को लेकर रायशुमारी की जाएगी। प्रभावित ग्रामवासियों और सरपंचों को जानकारी भेज दी गयी है।
ज्ञात हो कि समय समय पर बलौदा सहित करीब चार से पांच कोलवाशरी से प्रभावित नगरपंचायत बलौदा, आसपास के गांवों की पीड़ा को सबके सामने रखा था। कोलवाशरी को लेकर तात्कालीन अध्यक्षों ने विरोध का नाटकीय पटाक्षेप किया जिसका नगरवासियों ने उस समय, नगर के जनप्रतिनिधियों, प्रभावित ग्रामों के सरपंच और ग्रामीणों ने गहरी नाराजगी जाहिर की थी। नगरवासियों ने पीड़ा जाहिर करते हुए कहा था कि कोल वाशरी से सैकड़ों एकड़ जमीन बंजर हो चुकी हैं। कोयले के डस्ट से ग्रामीणों का जीना हराम हो गया है। लगातार पानी का दोहन करने के कारण नगर सहित आसपास के गांवों का जलस्तर बहुत नीचे चला गया है। कोल वाशरी के मालिक दबाव डालकर खेत हथियाना चाहते हैं। बिना पूछे खेतों के बीच से रास्ता निकाल लेते हैं।
नगर पंचायत के बने सीसी रोड सडक़ को हथियाकर लोगों के आने जाने के रास्ते मे कब्जा कर अपने भारी वाहनों की कतार लगा बीच सडक़ में खड़ी कर आवागमन अवरुद्ध कर रखा है। इसमें नगर पंचायत के अधिकारी, इंजीनियर को कई बार अवगत कराया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की।
पूर्व के भूस्वामियों ने बताया था कि कोलवाशरी के लोग उनकी जमीन कोडिय़ों के मोल में किसी अन्य प्रयोजन बता कर ले लिए। नहीं देने पर कोयला का पानी खेत में डालना शुरू कर दिया। इसके चलते करीब कई एकड़ जमीन बरबाद हो गयी। तात्कालीन समय में नगरवासियों और कई सरपंचो ने बताया था कि कोलवाशरी का हमने पहले भी विरोध किया था। बावजूद इसके शासन ने वाशरी लगाने की अनुमति दे दी।
लोगों का कहना है कि इस बार भी शायद ऐसा ही होगा। हम विरोध करेंगे। बाद में गुपचुप तरीके से कोलवाशरी को विस्तार की अनुमति मिल जाएगी।
मालूम हो कि नगरपंचायत बलौदा क्षेत्र में पांच से छ: बड़े बड़े कोलवाशरी हैं। बहरहाल 25 फरवरी को होने वाले जनसुनवाई में नगरपंचायत बलौदा, भिलाई, कोरबी, बिरगहनी, महुदा, रामपुर ,चारपारा, जावलपुर, जर्वे, रसोटा समेत एक दर्जन से अधिक गांव के प्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद होंगे। हमेशा की तरह ग्रामीण इसका विरोध करेंगे। विरोध के 6 महीने बाद ग्रामीणों की नाराजगी कम होने पर कोलवाशरी को विस्तार का काम शुरू हो जाएगा।
कोलवाशरी का करेंगे विरोध
25फरवरी को नवीन कालेज बलौदा में होने वाले रायशुमारी के जनसुनवाई के बारे में हमे जानकारी मिली है कि प्रभावित नगर पंचायत ,के नगरवासी और कुछ सरपंच,ग्रामीणों सहित कोलवाशरी विस्तार का विरोध करेंगे। सरपंचों और ग्रामीणों की माने तो इस बार किसी के धोखे में नहीं आने वाले हैं। आज से कुछ वर्ष पहले 2015 में इंस्पायर इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के लिए ही ग्राम भिलाई में जनसुनवाई हंगामे की भेंट में स्थगित हो गया था। प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत लगाई कि सुनवाई हो सके लेकिन लोगों के विरोध के कारण बीच मे सुनवाई को स्थगित करना पड़ा था। अब फिर उसी के लिए यह जनसुनवाई आयोजित किया जा रहा है।
शासन से दो टूक कहा जाएगा कि गांव को कोलवाशरी का कैंसर नहीं बल्कि जमीन के लिए खाद,पीने के लिए साफ पानी,बच्चों के लिए स्कूल और बिजली चाहिए। क्योंकि जो भी कोलवाशरी इस समय चल रहे हैं उसने हमें कहीं का नहीं छोड़ा है। पूरा नगर ,गांव का गांव बरबाद हो गया है। इस बार बिना किसी दबाव में आकर कोलवाशरी थोपने नहीं दिया जाएगा। चाहे इसके लिए कुछ भी क्यों ना करना पड़े।
नाम नहीं छापने की शर्त पर बलौदा के निवासियों ने बताया कि हमारे विरोध से कुछ होना जाना नहीं है। बड़े नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों के इशारे पर कोलवाशरी लगायी जाती है। क्योकि जनसुवाई की सारी तैयारी कई रोज पहले सशत्र बल के साथ वही लोग करते है। पूर्व में हुए जनसुनवाई में नगर के एक युवा को बोलने से मना करने के लिए पुलिस के बड़े आला अधिकारी ने उसका माइक छीन का रोकना चाहा ,उस समय जनता काफी उग्र हो गई थी बाद में माफी की औपचारिक्ता की गई थी।