दुर्ग
जिला अस्पताल में मरीजों को बताया घरेलू उपचार प्रबंधन
दुर्ग, 26 फरवरी। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम जिला स्तरीय फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत डॉ. सरोश जमिल डब्ल्यूएचओ समन्वयक रायपुर द्वारा दुर्ग के शासकीय जिला अस्पताल परिसर में फाइलेरिया विकृत के बचाव एवं रखरखाव की जानकारी मरीजों को दी गई। मरीजों को पैरों की साफ-सफाई का डेमो दिखाया गया।
जिले के पुराने फाइलेरिया के मरीजों को घरेलू रोग प्रबंधन की जानकारी दी गई एवं जिला मलेरिया विभाग दुर्ग द्वारा दवाई किट, डीईसी, एल्बेन्डाजोल व सामग्री जैसे साबुन, कीट, टावेल, लोशन, टब, मग्गा आदि मरीजों को वितरित किया गया। हाइड्रोसील के एक भी नए मरीज नहीं पाए गए। पुराने 196 मरीजों को बुलाया गया था, उनमें से 28 मरीज कैंप में आए व फाइलेरिया के 2 नए मरीज पाए गए। जिले के बीईटीओ, सुपरवाइजर, आरएचओ, स्वास्थ्य संयोजक, लैब टेक्नीशियन आदि को ट्रेनिंग दिया गया, जिससे वे मरीजों को फील्ड में हाथी पांव से बचाव की जानकारी दे सके।
कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सतीश मेश्राम, सिविल सर्जन डॉ. पी बालकिशोर, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. सीबीएस बंजारे, डर्मेओलाजिस्ट डॉ. मोनिका जैन, जिले के समस्त बीईटीओ व पर्यवेक्षक प्रभारी, मलेरिया निरीक्षक कमल तिवारी, तकनीकी पर्यवेक्षक लक्की दुबे, समरेश पटेरिया, बीईटीओ सैयद असलम आदि उपस्थित थे।