दुर्ग
दुर्ग, 26 फरवरी। अब सरकार लोगों को फोर्टिफाइड मिश्रित (पोषक तत्व मिला हुआ) चावल खिलाने की तैयारी कर रही है। फरवरी के बाद से राइस मिलर से फोर्टिफाइड मिश्रित चावल ही सीएमआर के तहत जमा लिया जाएगा। शासन के इस निर्णय पर मिलरों ने सहमति तो जताई, साथ ही फोर्टिफाइड मिश्रित चावल उपलब्ध नहीं होने की वजह से उन्होंने समय मांगा। शासन के निर्देशानुसार कलेक्टोरेट सभा कक्ष में अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में बुधवार को बैठक आहुत की गई। इसमें भारतीय खाद्य निगम, जिला विपणन कार्यालय, खाद्य विभाग एवं जिले के राईस मिलर्स उपस्थित रहे।
भारतीय खाद्य निगम के प्रतिनिधि ने बैठक में अवगत कराया कि 28 फरवरी के बाद से सीएमआर के तहत उपार्जित किया जाने वाला उसी चावल को लिया जायेगा, जिसमें फोर्टिफाइड (चावल) मिश्रित हो। एक च्ंिटल चावल में एक किलो फोर्टिफाइड (चावल) मिश्रित किया जाना है। राईस मिलर्स के प्रतिनिधि ने बैठक में निवेदन किया है कि वे शासन के निर्देशों के अनुसार फोर्टिफाइड (चावल) मिश्रित सीएमआर देने को सहमत हैं, किन्तु वर्तमान में प्रदेश में कहीं भी फोर्टिफाइड (चावल) उपलब्ध नहीं है। यह चावल प्रांत के बाहर से मंगाया जाता है, जिसको लाने में समयावधि भी अधिक लगेगी तथा इसकी दर को लेकर भी संशय है, इसलिए 28 की अंतिम तिथि में शिथिलता की मांग राईस मिलरों द्वारा की गई।