दुर्ग
दुर्ग, 26 फरवरी। जब तक आत्म ज्ञान की प्राप्ति नहीं, तब तक परमात्म ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती। सही मायने में जिसे परमात्मा से प्रेम है या परमात्मा के स्वरूप को जानते हैं, वह समस्त मानव जाति से प्रेम करता है। उक्त बातें ब्रह्माकुमारी रेणुका बहन ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आनंद सरोवर, रेलवे क्रासिंग के आगे, बघेरा में 21 फरवरी से चल रहे गीता ज्ञान शिविर में कही।
उन्होंने कहा कि अगर हमारे कर्म अच्छे होंगे तो किस्मत हमारी दासी होगी और नीयत अच्छी होगी तो घर में मथुरा काशी का अनुभव होगा। उन्होंने बताया कि वास्तविक कुरूक्षेत्र हमारा मन है, जहां अच्छाई बुराई का युद्ध अनवरत चलता रहता है। भगवान मनुष्य आत्मा को हिसंक नही, अहिसंक युद्ध सिखाते हैं।
इस शिविर का लाभ बड़ी संख्या में दुर्ग निवासी प्रतिदिन लेकर अपने जीवन में सुख-शांति का अनुभव कर रहे हैं।